चैंपियंस ट्रॉफी: पाकिस्तान में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल, आतंकी मैदान में घुसा, ISIS का खतरा बढ़ा!

मुख्य बिंदु:

  • रावलपिंडी में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान सुरक्षा में भारी चूक, एक संदिग्ध आतंकवादी मैदान में घुसा।
  • ISIS के संभावित हमले की आशंका, पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल।
  • टूर्नामेंट के 10 मैच अभी बाकी, खिलाड़ियों और टीमों की सुरक्षा पर मंडराया खतरा।

पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान सुरक्षा में चूक

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के दौरान पाकिस्तान में सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएँ सामने आई हैं। सोमवार को रावलपिंडी में खेले गए मैच के दौरान एक संदिग्ध आतंकवादी सुरक्षा घेरा तोड़कर मैदान में पहुंच गया। इस घटना से पाकिस्तान में जारी टूर्नामेंट की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े हो गए हैं।

हमलावर दर्शकों के बीच बैठा था, लेकिन अचानक वह मैदान में घुस आया और न्यूजीलैंड के बल्लेबाज रचिन रविंद्र को पकड़ लिया। जांच में सामने आया कि वह प्रतिबंधित इस्लामी संगठन ‘तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान’ से जुड़ा हुआ है।

आईएसआईएस हमले का बढ़ता खतरा

पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान अब तक खराब प्रदर्शन से कट्टरपंथी संगठन भड़के हुए हैं। बताया जा रहा है कि आईएसआईएस के सरगना अब्दुल कादिर मुमीम हाल ही में पाकिस्तान आया था और उसने बलूचिस्तान में आतंकी गुट ‘इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस’ के सदस्यों से मुलाकात की थी।

इस मुलाकात के बाद पाकिस्तान में खेले जाने वाले बाकी 10 मैचों पर खतरा और बढ़ गया है। खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि कट्टरपंथी समूह इन मुकाबलों को निशाना बना सकते हैं।

2009 के हमले की याद दिलाती घटना

यह घटना 2009 में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर हुए हमले की याद दिलाती है। उस वक्त आतंकियों ने खिलाड़ियों की बस को निशाना बनाया था, जिसमें कई खिलाड़ी घायल हो गए थे। अब एक बार फिर पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं।

बचे हुए मैचों पर आतंकी खतरा

टूर्नामेंट में अभी 10 मुकाबले खेले जाने हैं, जिनमें से 3 रावलपिंडी, 3 लाहौर और 2 कराची में होंगे। सूत्रों का कहना है कि इन मुकाबलों में से 8 को आतंकी संगठन निशाना बना सकते हैं।

हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हुई, जिसमें ISIS के आतंकियों के साथ "चैंपियंस ट्रॉफी 2025" का लोगो भी दिखाया गया। इस पोस्ट ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है।

पाकिस्तानी सुरक्षा बलों का दावा

खतरे को देखते हुए पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों ने अपनी निगरानी बढ़ा दी है। स्टेडियम के आसपास पुलिस और सेना की तैनाती बढ़ा दी गई है। इसके अलावा, पाकिस्तानी अधिकारियों ने अन्य देशों की सुरक्षा एजेंसियों के साथ इस खतरे की जानकारी साझा की है।

क्या पाकिस्तान खिलाड़ियों और दर्शकों की सुरक्षा को सुनिश्चित कर पाएगा, यह आने वाले दिनों में साफ हो जाएगा।