डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि वे अपने राष्ट्रपति पद के कार्यकाल के दौरान "हिंसक बलात्कारियों, हत्यारों और राक्षसों" के लिए मौत की सजा का कड़ा समर्थन करेंगे

उन्होंने कहा कि 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद संभालने के बाद, उनका न्याय विभाग इन अपराधियों के खिलाफ मौत की सजा को "जोरदार तरीके से लागू" करेगा।

पहले कार्यकाल में मौत की सजा बहाल की:
2017 से 2021 तक अपने पहले कार्यकाल के दौरान ट्रंप ने लगभग 20 वर्षों के अंतराल के बाद संघीय स्तर पर मौत की सजा को फिर से शुरू किया था।

बाइडेन का नरम रुख:
वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन, जो मौत की सजा के खिलाफ रहे हैं, ने जनवरी 2021 में पद संभालने के बाद संघीय स्तर पर इसे रोक दिया। हाल ही में, बाइडेन ने 40 संघीय कैदियों में से 37 की मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया।

ट्रंप का बयान:
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म "ट्रुथ सोशल" पर लिखा, "राष्ट्रपति बनने के तुरंत बाद, मैं न्याय विभाग को निर्देश दूंगा कि वह अमेरिकियों की सुरक्षा के लिए हिंसक बलात्कारियों, हत्यारों और राक्षसों के खिलाफ मौत की सजा को लागू करे।"

मौत की सजा पर फिर से बहस:
ट्रंप ने बाइडेन के इस कदम की कड़ी आलोचना की और इसे "दुनिया के सबसे बुरे अपराधियों का समर्थन" बताया। ट्रंप का कहना है कि उनका रुख अमेरिकी परिवारों और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है। 

 

 

 

 

 

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