Quad Summit: क्वाड में चीन को सबसे कड़ा संकेत, दक्षिणी व पूर्वी चीन सागर में मौजूदा हालात को बताया बहुत चिंताजनक

इंटरनेट डेस्क। अमेरिका में क्वाड समिट में प्रधानमंत्री मोदी ने शिरकत की है। इसके साथ ही भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के संगठन क्वाड ने अपने दो दशकों के इतिहास में चीन को सबसे कड़ा संकेत दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के शहर विलमिंगटन में उक्त देशों के शीर्ष नेताओं की बैठक के बाद जारी संयुक्त घोषणापत्र में हिंद प्रशांत क्षेत्र में स्थित दक्षिणी व पूर्वी चीन सागर में मौजूदा हालात को बहुत ही चिंताजनक बताया है और दूसरे देशों को डराने या उन पर दबाव बनाने की रणनीति पर अपनी चिंता जताई है।

बैठक में नहीं लिया गया चीन का नाम
मीडिया रिपोटर्स की माने तो वैसे इसमें चीन का नाम सीधे तौर पर नहीं लिया गया है लेकिन यह सर्वविदित है कि हिंद प्रशांत क्षेत्र के इस हिस्से पर कौन देश आक्रामकता दिखा रहा है। बैठक में भारतीय प्रधानमंत्री मोदी का रूख हमेशा की तरह अपने हितों को प्राथमिकता देने वाला रहा। राष्ट्रपति बाइडन व पीएम अलबनिजी का भाषण चीन को लेकर ज्यादा तीखा रहा लेकिन पीएम मोदी ने क्वाड को पूरी प्राथमिकता दी। साथ ही यूक्रेन विवाद पर भी इस घोषणा पत्र में उल्लेख है और इसके संदर्भ में क्षेत्रीय अखंडता व संप्रभुता का आदर करने की बात कही गई है।

अगले साल भारत में होगी क्वाड की बैठक
मीडिया रिपोटर्स की माने तो इन देशों के समुद्री सीमा सुरक्षा बलों को प्रशिक्षण देने का काम अगले साल भारत में किया जाएगा। इसी तरह इस क्षेत्र के देशों के बंदरगाहों के बीच बेहतर सामंजस्य व सहयोग करने के लिए एक नई साझेदारी की घोषणा की गई है। बता दें की अगले वर्ष क्वाड नेताओं की शीर्ष बैठक भारत में आयोजित की जाएगी।

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