Rajasthan: खांसी सीरप गुणवत्ता मामला, भजनलाल सरकार ने उठाया ये बड़ा कदम
- byShiv
- 03 Oct, 2025

इंटरनेट डेस्क। राजस्थान में निशुल्क दवा योजना में मिलने वाली खांसी की दवाई मौत का कारण बन रही है। ऐसे में भजनलाल सरकार प्रदेश में संचालित निशुल्क दवा योजना के तहत वितरित खांसी की सीरप की गुणवत्ता की शिकायत के प्रकरण में अब बड़ा कदम उठा रही है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग गंभीरता के साथ कार्रवाई सुनिश्चित कर रहा है। भरतपुर एवं सीकर जिले में दो बच्चों की मौत के प्रकरण में प्राप्त रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है।
क्या आया रिपोर्ट में
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दोनों ही बच्चों को खांसी की दवा डेक्सट्रोमैटोरफन नहीं लिखी गई थी। विभाग ने सीकर जिले में हाथीदेह पीएचसी में बच्चों के लिए खांसी की प्रतिबंधित दवा लिखे जाने पर एक चिकित्सक एवं फार्मासिस्ट को निलंबित करने की कार्रवाई भी प्रारंभ कर दी है। निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश शर्मा ने इस संबंध में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि भरतपुर एवं सीकर में दो बच्चों की मौत के प्रकरण में प्राप्त रिपोर्ट में सामने आया है कि चिकित्सक द्वारा दोनों ही बच्चों को नहीं लिखी गई है। प्रोटोकॉल के अनुसार बच्चों को यह दवा नहीं लिखी जाती है।
हो रही कार्रवाई
जानकारी के अनुसार सीकर के अजीतगढ़ ब्लॉक की हाथीदेह पीएचसी पर एक बच्चे को खांसी की यह दवा लिखे जाने का मामला सामने आया था, जिस पर चिकित्सक डॉ. पलक एवं फार्मासिस्ट पप्पू सोनी को निलंबित करने की कार्रवाई की जा रही है।
pc- government.economictimes.indiatimes.com