Year Ender 2024: डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की कोशिश से लेकर बाबा सिद्दीकी के मर्डर तक, इस साल पॉलिटिकल लीडर्स पर हुए ये बड़े हमले

PC: news24online

वर्ष 2024 में राजनीतिक जगत में कई महत्वपूर्ण घटनाएं घटित हुई। चाहे वह अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव हो या फिर राजनीतिक नेताओं पर हमला। ऐसे कई बड़े राजनीतिक नेता हैं, जिन पर हत्या के प्रयास किए गए हैं।

डोनाल्ड ट्रंप पर हमले से लेकर शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल पर हमले तक, दुनिया ने 2024 में ऐसी घटनाएं देखी हैं।

स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री पर हमला

स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको मई, 2024 में हुए हमले में घायल हो गए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन पर उस समय हमला किया गया, जब रॉबर्ट फिको एक सरकारी बैठक से निकल रहे थे। स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री को तुरंत हेलीकॉप्टर से अस्पताल ले जाया गया। फिको को शूटर ने 5 गोलियां मारी थीं।

स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री पर हुए हमले की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी निंदा की। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, "स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको पर गोलीबारी की खबर से गहरा सदमा लगा है। मैं इस कायरतापूर्ण और नृशंस कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं और प्रधानमंत्री फिको के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। भारत स्लोवाक गणराज्य के लोगों के साथ एकजुटता में खड़ा है।

डोनाल्ड ट्रंप पर हमला


जुलाई 2024 में डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की कोशिश के बाद उनके कान पर गोली लगी। यह घटना तब हुई जब वे बटलर, पेनसिल्वेनिया में एक रैली में थे। बाद में हमलावर की पहचान कर ली गई और उसे मार गिराया गया। रैली में भाषण देने के दौरान ट्रंप पर हमला किया गया।

एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या

एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर, 2024 को मुंबई के बांद्रा इलाके में बेरहमी से हत्या कर दी गई। बाबा सिद्दीकी की हत्या देर रात उस समय की गई जब वे अपने बेटे के कार्यालय से निकल रहे थे

बाद में अस्पताल में उनकी मौत हो गई। वे एनसीपी के राजनीतिक नेता थे, जो महाराष्ट्र में चल रही गठबंधन सरकार का हिस्सा थी। इस मामले में जांच चल रही है और उस दिन से इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

एसएडी नेता सुखबीर सिंह बादल पर हमला


शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल पर अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के प्रवेश द्वार पर हमला किया गया। यह घटना बुधवार, 4 दिसंबर 2024 को हुई। उन पर यह हमला उस समय हुआ जब वह सजा के तौर पर ‘सेवादार’ के तौर पर काम कर रहे थे।