राजस्थान में 4 दिन तक बंद रहेंगे बैंक, जल्द निपटा लें जरूरी काम
- byrajasthandesk
- 18 Mar, 2025

राजस्थान में बैंकिंग सेवाएं जल्द ही बाधित होने वाली हैं क्योंकि बैंक कर्मियों ने हड़ताल का ऐलान किया है। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स (UFBU) की ओर से 24 और 25 मार्च को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया है। इसके अलावा, 22 और 23 मार्च को साप्ताहिक अवकाश होने के कारण बैंक लगातार चार दिनों तक बंद रहेंगे। ऐसे में ग्राहकों को बैंक से जुड़ी सेवाओं में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। यदि आपके पास बैंक से संबंधित कोई महत्वपूर्ण कार्य है, तो उसे जल्द से जल्द पूरा कर लें।
हड़ताल के पीछे का कारण
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स (UFBU) बैंकिंग क्षेत्र में कई सुधारों और कर्मचारियों की मांगों को लेकर हड़ताल करने जा रहा है। बैंक कर्मचारी संगठन इस हड़ताल के माध्यम से स्थायी नौकरियों में कमी, अस्थायी कर्मचारियों के नियमितीकरण, 5 दिवसीय कार्य सप्ताह और अन्य श्रम संबंधी मुद्दों को उठाना चाहते हैं। उनका कहना है कि बैंकिंग सेक्टर में नौकरी के अवसरों की कमी और आउटसोर्सिंग बढ़ने के कारण कर्मचारियों पर अतिरिक्त कार्यभार बढ़ रहा है।
बैंक कर्मचारियों की प्रमुख मांगें
- बैंकिंग सेक्टर में पर्याप्त नौकरियों की उपलब्धता।
- सप्ताह में केवल 5 दिन ही बैंकिंग सेवाएं संचालित हों।
- अस्थायी कर्मचारियों को स्थायी रूप से नियुक्त किया जाए।
- बैंकिंग क्षेत्र में आउटसोर्सिंग की नीति को समाप्त किया जाए।
- अन्य लंबित मुद्दों का शीघ्र समाधान निकाला जाए।
बैंकिंग सेवाओं पर असर
बैंकों के बंद रहने से आम जनता को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
- नकदी निकासी में समस्या हो सकती है क्योंकि एटीएम में कैश की कमी हो सकती है।
- चेक क्लीयरेंस और अन्य बैंकिंग लेन-देन में देरी हो सकती है।
- सरकारी व निजी संस्थानों में वेतन हस्तांतरण प्रभावित हो सकता है।
- ऑनलाइन बैंकिंग सेवाओं पर भी अतिरिक्त भार पड़ सकता है, जिससे तकनीकी दिक्कतें आ सकती हैं।
हड़ताल से बचने के लिए क्या करें?
- यदि आपको बैंक से कोई लेन-देन करना है, तो 21 मार्च तक इसे पूरा कर लें।
- एटीएम से पहले ही आवश्यक नकदी निकाल लें ताकि हड़ताल के दौरान कैश की कमी न हो।
- डिजिटल भुगतान जैसे UPI, इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल वॉलेट का अधिकतम उपयोग करें।
- जिन ग्राहकों को चेक जमा करना है या किसी अन्य बैंकिंग सुविधा की जरूरत है, वे इसे जल्द से जल्द निपटा लें।
आईबीए और बैंक यूनियनों के बीच वार्ता विफल
बैंक कर्मचारियों की हड़ताल को रोकने के लिए 14 मार्च को भारतीय बैंक संघ (IBA) और यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स (UFBU) के बीच बातचीत हुई थी। बैठक में यूनियनों ने अपनी मांगों को दोहराया, लेकिन कोई ठोस हल नहीं निकल पाया। इसी कारण हड़ताल की घोषणा की गई है।
बैंक कर्मचारियों की स्थिति
बैंक कर्मचारी लंबे समय से सप्ताह में पांच कार्यदिवस की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि सप्ताह में छह दिन काम करने से वे अपने परिवार के लिए पर्याप्त समय नहीं निकाल पाते हैं। वहीं, पांच दिवसीय कार्य सप्ताह लागू होने से उनकी उत्पादकता में भी वृद्धि होगी। इसके अलावा, बैंकिंग क्षेत्र में कर्मचारियों की भर्ती कम हो रही है, जिससे कार्यभार बढ़ता जा रहा है।
निष्कर्ष
बैंक कर्मचारियों की इस हड़ताल का सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा। यदि आप भी बैंक से जुड़े किसी कार्य को करने वाले हैं, तो इसे तुरंत निपटा लें। बैंकिंग सेवाओं में रुकावट से बचने के लिए डिजिटल माध्यमों का अधिकतम उपयोग करें। इस हड़ताल को लेकर बैंक यूनियनों और सरकार के बीच अब भी बातचीत जारी है, लेकिन फिलहाल बैंक चार दिनों तक बंद रहने की संभावना है।