रेलवे यात्रियों के लिए बड़ा बदलाव: अब वेटिंग टिकट पर नहीं कर पाएंगे यात्रा इन कोचों में, आज से लागू होंगे नए नियम
- byrajasthandesk
- 01 May, 2025

भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा और टिकट बुकिंग प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से 1 मई 2025 से कुछ महत्वपूर्ण नियमों में बदलाव किया है। ये नए नियम टिकट बुकिंग, आरक्षण, रिफंड और तत्काल सेवा सहित कई सेवाओं पर लागू होंगे। यदि आप ट्रेन से यात्रा करते हैं, तो इन नियमों को जानना आपके लिए बेहद ज़रूरी है, क्योंकि इनके उल्लंघन पर जुर्माना या यात्रा से वंचित भी किया जा सकता है।
🚫 अब वेटिंग टिकट पर नहीं कर पाएंगे Sleeper/AC कोच में यात्रा
रेलवे के नए नियमों के अनुसार, अब केवल जनरल/अनारक्षित कोचों में ही वेटिंग टिकट मान्य होगा। यानी यदि आपके पास वेटिंग टिकट है, तो आप स्लीपर या एसी कोच में यात्रा नहीं कर सकेंगे। यदि कोई यात्री नियम का उल्लंघन करते हुए वेटिंग टिकट के साथ आरक्षित कोच में यात्रा करता पाया गया, तो उस पर भारी जुर्माना लगाया जा सकता है या उसे ट्रेन से उतारा भी जा सकता है।
📅 आरक्षण की नई सीमा: अब सिर्फ 60 दिन पहले कर सकेंगे बुकिंग
अब तक यात्री यात्रा की तारीख से 120 दिन पहले टिकट बुक कर सकते थे, लेकिन अब यह अवधि 60 दिन कर दी गई है। इससे लंबी वेटिंग लिस्ट की समस्या कुछ हद तक कम हो सकती है और यात्रियों को बुकिंग में अधिक पारदर्शिता मिलेगी।
🆔 तत्काल टिकट बुकिंग के लिए आधार अनिवार्य
1 मई से तत्काल टिकट बुकिंग के लिए आधार कार्ड का सत्यापन अनिवार्य कर दिया गया है। इसके अलावा, यदि आपकी तत्काल टिकट कन्फर्म है, तो रिफंड की सुविधा नहीं मिलेगी।
रेलवे ने एजेंटों के माध्यम से बुकिंग पर भी रोक लगाई है — पहले 30 मिनट तक तत्काल बुकिंग केवल सामान्य यात्रियों के लिए उपलब्ध रहेगी।
💸 सेवा शुल्क में भी हुआ बदलाव
रेलवे ने टिकट बुकिंग, सुपरफास्ट चार्ज और तत्काल सेवा शुल्क में भी बदलाव किया है:
- आरक्षण शुल्क अब ₹30 से ₹80 तक होगा (पहले ₹20 से ₹60 था)
- सुपरफास्ट चार्ज ₹20 से ₹100 तक होगा (पहले ₹15 से ₹75 था)
- तत्काल सेवा शुल्क ₹20 से ₹600 तक होगा (पहले ₹10 से ₹500 था)
✅ नए नियमों का उद्देश्य
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इन नियमों का उद्देश्य है:
- टिकट बुकिंग प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और कुशल बनाना
- यात्रियों को जाली टिकट और एजेंटों की मनमानी से बचाना
- वेटिंग लिस्ट की समस्या को कम करना
- आरक्षित कोचों में अनुशासन और सुविधा बनाए रखना
यदि आप ट्रेन यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो 1 मई से लागू हो रहे इन नियमों का पालन करना आपके लिए अनिवार्य होगा। वेटिंग टिकट लेकर आरक्षित डिब्बों में चढ़ने की कोशिश करना अब आपको परेशानी में डाल सकता है। बेहतर होगा कि आप समय रहते अपनी योजना बनाएं और रेलवे के नए नियमों को ध्यान में रखते हुए यात्रा करें।