Bihar: विधानसभा चुनावों से पहले नीतीश कैबिनेट का विस्तार, सभी सातों मंत्री बनाए गए BJP से, भाजपा का बढ़ रहा प्रभाव

इंटरनेट डेस्क। बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं, जानकारों की माने तो अक्टूबर तक चुनावी घोषणा हो जाएगी। इसी कड़ी में वहां एक कुछ अलग घटनाक्रम देखने को मिला है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए 7 नए चेहरों को शामिल किया है। लेकिन इन सात चेहरों में जो सबसे खास बात रही वो यह रही हैं ये सातों की चेहरे भाजपा के है। यह विस्तार पिछले एक साल से लंबित था जिसे आखिरकार बीजेपी अध्यक्ष जेपी. नड्डा और नीतीश कुमार की बैठक के बाद अंतिम रूप दिया गया। 

बढ़ गया मंत्रिमंडल
इस बदलाव के बाद अब बीजेपी के मंत्रियों की संख्या 21 हो गई है, जबकि जेडीयू के पास 13 मंत्री हैं जिसमें मुख्यमंत्री खुद शामिल हैं। असल में 2020 के विधानसभा चुनावों के नतीजों ने बिहार की सत्ता समीकरण को पूरी तरह बदल दिया था। इससे पहले 15 वर्षों तक जेडीयू बीजेपी से बड़ी पार्टी रही थी, लेकिन 2020 में बीजेपी 74 सीटें जीतकर बड़ी पार्टी बन गई जबकि जेडीयू 43 सीटों तक सिमट गई। बावजूद इसके बीजेपी ने गठबंधन धर्म निभाते हुए मुख्यमंत्री पद पर दावा नहीं किया और नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाए रखा, लेकिन अब जिस तरह से मंत्रिमंडल विस्तार में बीजेपी का प्रभाव बढ़ा है वह कुछ अलग ही संकेत दे रहा है।

बिहार में बीजेपी बढ़ रही
राजनीतिक एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह बदलाव सिर्फ शुरुआत है और आने वाले समय में बीजेपी और अधिक प्रभावशाली भूमिका निभाने की कोशिश करेगी। मंत्रिमंडल विस्तार इस बात का पहला संकेत है कि बिहार में बीजेपी का प्रभाव बढ़ रहा है। आने वाले दिनों में बीजेपी और मुखर होगी क्योंकि पार्टी को लगता है कि यह उसके वर्चस्व का सबसे सही समय है। उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार के पास बीजेपी के बढ़ते प्रभाव का विरोध करने की कोई ठोस वजह नहीं है। इस नए मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल किए गए चेहरों पर नजर डालें तो बीजेपी ने इसे चुनावी गणित को ध्यान में रखते हुए बेहद सोच-समझकर अंजाम दिया है।

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