EVM controversy: देश में ईवीएम पर फिर शुरू हुई बहस, पक्ष और विपक्ष के कई नेता हुए आमने सामने
- byEditor
- 17 Jun, 2024
इंटरनेट डेस्क। लोकसभा चुनाव पूरे हो चुके हैं और परिणाम आने के बाद सरकार भी बन चुकी है। लेकिन एक बार फिर से देश में ईवीएम को लेकर नई चर्चा शुरू हो चुकी है। इसे लेकर तमाम बयानबाजी और चर्चाएं हो रही हैं। अब एक बार फिर से ईवीएम की जगह बैलेट पेपर की मांग उठने लगी है। इस बार यह बहस और मांग नेशनल नहीं, बल्कि इंटरनेशनल हो चुकी है। दरअसल, इस बहस की शुरुआत हुई है दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क के एक एक्स पोस्ट से।
मस्क ने क्या लिखा पोस्ट में
मीडिया रिपोटर्स की माने तो इस पोस्ट में मस्क ने ईवीएम के हैक होने और इसे हमेशा के लिए खत्म करने की बात कही है। उनके इस पोस्ट के बाद कांग्रेस के राहुल गांधी, सपा के अखिलेश यादव और कई अन्य दलों के नेता भी ईवीएम के मुद्दे पर आक्रमक हो गए हैं।
राहुल गांधी ने क्या कहा
मीडिया रिपोटर्स की माने तो राहुल गांधी ने मुंबई की उत्तर-पश्चिम सीट पर शिवसेना शिंदे गुट के नेता रवींद्र वायकर की 48 वोटों से जीत से जुड़ी ईवीएम कंट्रोवर्सी का हवाला देते हुए एक्स पर लिखा, भारत में ईवीएम एक ब्लैक बॉक्स है, और किसी को भी उनकी जांच करने की अनुमति नहीं है। हमारी चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएं जताई जा रही हैं। जब संस्थाओं में जवाबदेही की कमी होती है तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी की संभावना बढ़ जाती है।
अखिलेश यादव का बयान
इस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने एक्स पर लिखा, “टेक्नॉलजी समस्याओं को दूर करने के लिए होती है, अगर वही मुश्किलों की वजह बन जाए, तो उसका इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए। आज जब विश्व के कई चुनावों में ईवीएम को लेकर गड़बड़ी की आशंका ज़ाहिर की जा रही है और दुनिया के जाने-माने टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स ईवीएम में हेराफेरी के ख़तरे की ओर खुलेआम लिख रहे हैं, तो फिर ईवीएम के इस्तेमाल की ज़िद के पीछे की वजह क्या है।
केंद्रीय मंत्री ने क्या कहा
इस मसले पर केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने आखिरकार कह दिया कि ईवीएम में कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है, तो विपक्ष केवल अपने मनोरंजन के लिए ऐसा कहते हैं। अगर ईवीएम में छेड़छाड़ की बात थी, तो आज उन्हें इतनी सीटें नहीं मिलतीं।
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