Maha Kumbh 2025: इन मौनी बाबा ने त्याग दिया हैं अन्न और जल, केवल चाय पर रहते हैं जींदा, IAS और IPS भी लगाते हैं चरणों में...
- byShiv
- 06 Jan, 2025

इंटरनेट डेस्क। प्रयागराज की संगम भूमि महाकुंभ 2025 के लिए तैयार है। साधु-संतों का जमावड़ा शुरू हो चुका हैं और कई कई साधु संत तो ऐसे हैं जो अपनी खास बातों और चीजों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए है। ऐसे में हर साधु-संत की अपनी एक अलग और दिलचस्प कहानी है। ऐसे में एक बाबा हैं, जो कई सालों से मौन हैं, लेकिन कई लोगों के जीवन में रोशनी भर चुके है। इन मौनी बाबा ने आजीवन मौन रहने का संकल्प लिया है। बाबा सिर्फ मौन ही नहीं हैं, बल्कि अन्न और जल का त्याग भी कर चुके हैं। वे दिन में केवल 10 कप चाय पीते हैं, और इसी चाय पर वे जीवित रहते हैं।
सिविल सर्विसेज के लिए बनाते हैं नोटस
मीडिया रिपोटर्स की माने तो सबसे खास बात यह है कि बाबा सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे छात्रों को मुफ्त कोचिंग देते हैं। वे अपने हाथ से लिखे नोट्स व्हाट्सएप पर छात्रों के साथ साझा करते हैं। अगर बात करें बाबा की शैक्षिक योग्यताओं की, तो उन्होंने बायोलॉजी में बीएससी की है।
चलाते हैं बाइक
खबरो की माने तो बाबा को बाइक चलाने का भी शौक है, और वे स्पीड में बाइक चलाना पसंद करते हैं। वैसे मौनी बाबा का असली नाम दिनेश स्वरूप ब्रह्मचारी है, और वे प्रतापगढ़ के चिलविला स्थित शिवशक्ति बजरंग धाम से आए हैं। कहा जाता है कि उनका संबंध एक शिक्षकों के परिवार से है, क्योंकि उनके पिता एक प्रचार्य थे। पिता की मृत्यु के बाद, उन्हें अनुकंपा के आधार पर नौकरी प्राप्त हुई थी। लेकिन जैसे ही उनके हृदय में भगवान की भक्ति का ज्वाला जाग्रत हुआ, उनका सांसारिक जीवन से मोह टूट गया।
PC- newstrack.com