Maha Kumbh 2025: शाही स्नान को आने वाले लाखों नागा साधु कुंभ समाप्ति के बाद कहा हो जाते हैं अदृश्य
- byShiv
- 25 Dec, 2024

इंटरनेट डेस्क। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज संगम का नजारा बदल चुका है। तट पर बड़े-बड़े तंबू, दिख रहे हैं और तैयारी चल रही हैं। जी हां 13 जनवरी से यहां महाकुंभ शुरू होने वाला है। महाकुंभ में अक्सर देखने को मिलता है कि वहां लाखों की संख्या में नागा साधू आते हैं। लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर लाखों की संख्या में जो नागा साधू आते वो रहते हैं कहां हैं? और मेला समाप्त होने पर यह कहां जाते हैं? किसी को कुछ पता नहीं होता हैं जैसे ही कुंभ समाप्त होता हैं ये सभी नागा साधु गायब हो जाते है।
कहा से आते हैं नागा सन्यासी
मीडिया रिपोटर्स की माने तो ये सभी नागा साधु कुंभ, अर्ध कुंभ और महाकुंभ में आते हैं। इनका जीवन बहुत ही रहस्य भरा होता है, इनके कहां रहने और कहां जाने के बारे में बहुत बता पाना संभव नहीं है, लेकिन, फिर भी कहा ये जाता हैं कि ये सभी नागासाधु कुंभ में उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और गुजरात में जूनागढ़ की गुफाओं या पहाड़ियों और हिमालय की कंदराओं और हरिद्वार से आते हैं। इनमें से बहुत से संन्यासी वस्त्र धारण कर और कुछ निर्वस्त्र भी गुप्त स्थान पर रहकर तपस्या करते हैं।
मेला समाप्ति पर लौट जाते हैं
बताया जाता है कि, नागा संन्यासी किसी एक गुफा में कुछ साल रहते हैं और फिर किसी दूसरी गुफा में चले जाते हैं, इसके चलते इनकी सटीक स्थिति का पता लगा पाना संभव नहीं होता है, एक से दूसरी और दूसरी से तीसरी इसी तरह गुफाओं को बदलते और भोले बाबा की भक्ति में डूबे ये नागा जड़ी-बूटी और कंदमूल के सहारे पूरा जीवन बिता देते हैं।
pc- ndtv.in