Mahashivratri 2025: शिवलिंग पर इन स्थानों पर जरूर लगाना चाहिए आपको चंदन, मिलती हैं भोलेनाथ की विशेष कृपा

इंटरनेट डेस्क। शिव भक्तों का महापर्व महाशिवरात्रि सनातन धर्म में बड़ा महत्व रखता है। आज देशभर में ये त्योहार बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। ऐसे में आप भी अगर भगवान शिव की पूजा करने जा रहे हैं तो फिर आज ये खबर आपके लिए बड़े ही काम की है। जी हां भोलेनाथ का विधि विधान से पूजन किया जाए और कुछ उपाय अपनाए जाएं तो जातकों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। ऐसे में महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर 7 स्थानों पर चंदन लगाने से बैकुंठ धाम में स्थान मिलता है। आइए जानते हैं इस बारे में।

शिवलिंग पर 7 स्थानों पर चंदन लगाना बड़ा शुभ

पहला टीका
महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग का पूजन करते समय सबसे पहले शिवलिंग के ऊपर चंदन लगाया जाता है। ऐसा करना बड़ा शुभ एवं मंगलमय है। 

दूसरा टीका
दूसरा चंदन का टीका शिवलिंग के सीधे हाथ पर लगाया जाता है, यह गणेश जी का स्थान माना गया है। इसलिए महादेव को प्रसन्न करने के लिए चंदन का दूसरा टीका लगाना ना भूलें।

तीसरा टीका

तीसरा तिलक यानी टीका शिवलिंग के उल्टे यानी बाएं हाथ की तरफ लगाया जाता है। इसे भगवान कार्तिकेय का स्थान कहते है। इसलिए शिवपूजन के समय शिवलिंग के उल्टे यानी बाएं हाथ में चंदन का तीसरा टीका लगाना ना भूलें।

चौथा टीका
शिवलिंग पर चंदन का चौथा टीका अशोक सुंदरी के ऊपर लगाया जाता है। यह शिवलिंग का वह स्थान है जहां शिवलिंग पर अर्पित किया गया जल नीचे की ओर आता है।

पांचवा टीका
महाशिवरात्रि के दिन चंदन का पांचवा तिलक शिवलिंग की जलाधारी पर लगाया जाता है। जहां से जल प्रवाह होता है।

छठा टीका
शिवलिंग का जल चहां बह रहा है उसके ठीक विपरीत यानि शिवलिंग के पीछे की ओर चंदन का छठा तिलक लगाया जाता है।

सातवां टीका
सातवां टीका शिवलिंग के पास रखें नंदी महाराज के दोनों सिंगों पर लगाया जाता है। इसे बहुत ही शुभ माना गया है।

pc- jagran

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