Mock Drill in India: क्या होती हैं मॉक ड्रिल और क्यों पड़ती हैं इसकी जरूरत, जान ने आप भी इससे जुड़ी छोटी छोटी बातें

इंटरनेट डेस्क। पहलगाम आतंकी हमले में 27 लोगों की मौत से भारत का हर नागरिक हिल गया था। इस घटना के बाद भारत लगातार पाकिस्तान पर कई तरह की पाबंदिया भी लगा रहा है। ऐसे में तनाव भी बढ़ा हुआ है। इस बीच गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने-अपने यहां युद्ध से पहले की तैयारी के लिए मॉक ड्रिल करवाएं। वहीं आज मॉक ड्रिल से पहले ही आधी रात को भारत ने पीओके में 9 आतकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया है। 

जानते हैं क्या होती है मॉक ड्रिल?
मीडिया रिपोटर्स की माने तो मॉक ड्रिलिंग एक पूर्व-योजनाबद्ध अभ्यास है, जिसमें आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए तैयारियों का परीक्षण किया जाता है, इस अभ्यास के दौरान युद्ध, हमले या अन्य आपात स्थितियों में लोगों की प्रतिक्रिया और बचाव के तरीकों का आकलन किया जाता है। मॉक ड्रिल में अक्सर वास्तविक परिस्थितियों जैसी स्थितियां बनाई जाती हैं, जैसे आग, आतंकी हमला या भूकंप, ताकि राहत कार्यों और सुरक्षा उपायों की प्रभावशीलता का मूल्यांकन किया जा सक।

मॉक ड्रिल की जरूरत क्यों
मॉक ड्रिलिंग अत्यधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आपातकालीन स्थितियों में तैयारियों का परीक्षण करने में मदद करती है। वर्तमान में भारत पाके के बीच तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए, किसी भी समय आपात स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, मॉक ड्रिलिंग से सुरक्षा उपकरणों की स्थिति, सुधार की आवश्यकता वाले क्षेत्रों, और सुरक्षाकर्मियों एवं बचाव टीमों की क्षमताओं का आकलन किया जा सकता है।

pc- thecsrjournal.in