Sheetla Ashtami 2025: जाने कब है बासोड़ा, शीतला माता की पूजा का क्या रहेगा शुभ मुहूर्त
- byShiv
- 18 Mar, 2025

इंटरनेट डेस्क। होली के बाद देश के कई राज्यों में शीतला अष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इसके एक दिन पहले रांदा पुआ होता है। इस दिन हर घर में पकवान बनते हैं और फिर शीतला अष्टमी के दिन इन ठंडे पकवानों का ही भोग शीतला माता को लगाया जाता हैं और पूजा की जाती है। भक्त उन्हें बासी भोजन का भोग अर्पित करते हैं। हिंदू धर्म में इस दिन का विशेष महत्व है और यह माना जाता है कि शीतला माता का पूजन करने से व्यक्ति को बीमारियों से छुटकारा मिलता है।
बसोड़ा का महत्व
बसोड़ा का पर्व शीतला अष्टमी या शीतला सप्तमी के रूप में मनाया जाता है। इसे शीतला माता की पूजा के दिन के रूप में भी जाना जाता है। इस दिन विशेष रूप से बासी खाने का भोग अर्पित किया जाता है। शीतला माता का पूजन करने का उद्देश्य आरोग्य की प्राप्ति और बीमारियों से मुक्ति प्राप्त करना है।
एक दिन पहले बनाते हैं भोजन
शीतला माता की पूजा के लिए विशेष रूप से एक दिन पहले रात को घर में पकवान तैयार किए जाते हैं। इसके बाद बसोड़ा के दिन इन बासी पकवानों का भोग शीतला माता को अर्पित किया जाता है। इस दिन घर का चूल्हा नहीं जलता और कोई ताजा खाना नहीं पकाया जाता, जिससे शीतला माता की पूजा का महत्व और भी बढ़ जाता है।
कब हैं शीतला सप्तमी और शीतला अष्टमी
शीतला सप्तमी 2025 में 21 मार्च, शुक्रवार को मनाई जा रही है। इसका समय सुबह 2 बजकर 45 मिनट से लेकर 4 बजकर 23 मिनट तक होगा। इस दिन शीतला माता की पूजा का मुहूर्त सुबह 5.37 से 6.40 बजे तक है। वहीं, शीतला अष्टमी 22 मार्च, शनिवार को होगी, जिसका समय सुबह 4.23 से लेकर 23 मार्च, रविवार को सुबह 5.23 बजे तक रहेगा।
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