1 अप्रैल से बदल जाएंगे ये बड़े नियम, आपकी जेब पर पड़ेगा सीधा असर!

नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत के साथ 1 अप्रैल 2025 से कई महत्वपूर्ण वित्तीय नियमों में बदलाव होने जा रहे हैं। ये बदलाव UPI लेनदेन, FD ब्याज, पैन-आधार लिंकिंग, और म्यूचुअल फंड खातों से जुड़े हैं, जो आपके पैसे और निवेश पर सीधा असर डाल सकते हैं। आइए जानते हैं कि ये नए नियम क्या हैं।

📌 1 अप्रैल से लागू होने वाले नए नियम:

🔴 UPI लेनदेन पर नया नियम

👉 NPCI (नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) उन मोबाइल नंबरों पर UPI ट्रांजैक्शन रोक देगा जो लंबे समय से एक्टिव नहीं हैं।
👉 अगर आप UPI ट्रांजैक्शन जारी रखना चाहते हैं, तो अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से ट्रांजैक्शन करें।

🟢 FD पर ज्यादा ब्याज छूट

👉 अब ₹1 लाख तक के FD, RD और अन्य बचत योजनाओं पर कोई TDS नहीं कटेगा।
👉 पहले यह सीमा सीनियर सिटीजन के लिए ₹50,000 और अन्य के लिए ₹40,000 थी, जिसे बढ़ाकर ₹1 लाख और ₹50,000 कर दिया गया है।

🟡 बैंक जमा पर ब्याज दरों में बदलाव

👉 1 अप्रैल से कई बैंकों ने बचत खातों और FD पर ब्याज दरों में बदलाव किया है।
👉 SBI, HDFC, इंडियन बैंक, IDBI बैंक और पंजाब & सिंध बैंक ने अपनी एफडी योजनाओं में बदलाव किए हैं।

🛑 PAN-Aadhaar लिंक नहीं तो नहीं मिलेगा डिविडेंड

👉 अगर आपका पैन-आधार लिंक नहीं है, तो 1 अप्रैल से शेयरों पर मिलने वाला डिविडेंड बंद हो जाएगा।
👉 कैपिटल गेन पर अधिक TDS कटेगा और फॉर्म 26AS में क्रेडिट नहीं मिलेगा, जिससे रिफंड में देरी हो सकती है।

⚠️ म्यूचुअल फंड और डिमैट अकाउंट के सख्त नियम

👉 SEBI ने म्यूचुअल फंड और डिमैट खाते खोलने के नियम कड़े कर दिए हैं।
👉 KYC और नॉमिनी डिटेल्स को दोबारा वेरिफाई कराना जरूरी होगा, वरना खाता फ्रीज हो सकता है।

🚀 इन बदलावों का सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा!

अगर UPI इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो मोबाइल नंबर अपडेट रखें।
FD पर ज्यादा ब्याज का लाभ उठाने के लिए अभी से निवेश की योजना बनाएं।
पैन-आधार लिंक करवाएं, वरना डिविडेंड और टैक्स से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
म्यूचुअल फंड और डिमैट अकाउंट की KYC समय पर अपडेट करें।

1 अप्रैल से लागू होने वाले ये नियम आपके फाइनेंस पर बड़ा असर डाल सकते हैं, इसलिए पहले से तैयारी कर लें! 💰📈