Ashwini Vaishnav: ट्रेन में मिलने वाला कंबल कितनी बार धुलता हैं? जान लेंगे अगर आप भी रेलमंत्री का जवाब तो खिसक जाएगी आपकी जमीन
- byShiv
- 28 Nov, 2024

इंटरनेट डेस्क। ये तो देश दुनिया में सबको पता हैं की भारत में दुनियां का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क चलता हैं। ऐसे में आपने इसमें जीवन में कभी ना कभी तो सफर किया ही होगा। ऐसे में आपने कभी लंबी दूरी की ट्रेनों में एयर कंडीशनर कोच में सीट बुक की होगी तो आपको मिलने वाली चद्दर, कंबल और तकिये भी आपको मिलेंगे होंगे। ऐसे में इनकी साफ-सफाई को लेकर अक्सर सवाल खड़े किए जाते रहते हैं, लेकिन बुधवार को संसद के शीतकालीन सत्र में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसका जवाब दिया है।
क्या जवाब दिया रेलमंत्री ने
मीडिया रिपोटर्स की माने तो रेलमंत्री ने बताया कि रेलवे कितनी बार बेडशीट धोता है, उन्होंने लोकसभा में कहा कि भारतीय रेलवे ट्रेन यात्रियों को दिए जाने वाले कंबलों को महीने में कम से कम एक बार धोता है, उन्होंने संसद सदस्यों को यह भी बताया कि रजाई कवर के रूप में उपयोग के लिए बेडरोल किट में एक अतिरिक्त बेडशीट प्रदान की जाती है।
किसने किया था सवाल
मीडिया रिपोटर्स की माने तो अश्विनी वैष्णव ने यह जानकारी कांग्रेस सांसद कुलदीप इंदौरा के उस सवाल के जवाब में दी, जिसमें उन्होंने पूछा था कि क्या रेलवे महीने में केवल एक बार ऊनी कंबल धोता है, भले ही यात्री बुनियादी स्वच्छता मानकों को पूरा करने वाले बिस्तर के लिए भुगतान कर रहे हों। रेल मंत्री ने प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, ‘भारतीय रेलवे में उपयोग किए जाने वाले कंबल हल्के, धोने में आसान होते हैं और यात्रियों को समग्र आरामदायक यात्रा अनुभव के लिए अच्छा इन्सुलेशन प्रदान करते हैं, उन्होंने बताया कि धुली हुई लिनन वस्तुओं की गुणवत्ता की जांच करने के लिए व्हाइटो-मीटर का उपयोग किया जाता है।
pc- hindustan