Baba Vanga Prediction: बाबा वेंगा ने की रहस्यमयी भविष्यवाणी, 900 दिन बाद ऐसी हो जाएगी दुनिया, जानकर होगी ख़ुशी

PC: news18

बाबा वेंगा की साल 2028 को लेकर की गई भविष्यवाणी ने लोगों को चौंका दिया है। बाबा वेंगा ने अपने जीवनकाल में कई भविष्यवाणियां की हैं, जो सच भी हुई हैं। उन्होंने दावा किया है कि आज से 900 दिन बाद धरती पर भूखमरी खत्म हो जाएगी। इसके अलावा एक नई ऊर्जा की खोज होगी। यह वैश्विक ऊर्जा संकट को खत्म करने में कारगर साबित होगी। आइए आपको उनकी भविष्यवाणी के बारे में बताते हैं।

बाबा वेंगा के बारे में
बाबा वेंगा का जन्म 1911 में बुल्गारिया में हुआ था। उनका असली नाम वेंगेलिया पांडेवा दिमित्रोवा था। बचपन में एक तूफान के दौरान हुई दुर्घटना में उनकी आंखों की रोशनी चली गई थी, लेकिन इसके बाद उन्हें एक रहस्यमयी शक्ति का अनुभव हुआ, जिससे उन्हें भविष्य देखने की अनुमति मिली। यूरोप में उन्हें "बाल्कन की नास्त्रेदमस" कहा जाता है। समय के साथ उनकी कई भविष्यवाणियां सच हुई हैं, जिनमें 9/11 वर्ल्ड ट्रेड सेंटर हमला, कोरोनावायरस महामारी, विनाशकारी 2004 सुनामी और राजकुमारी डायना की मौत शामिल हैं। इन घटनाओं की सटीकता ने बाबा वेंगा की लोकप्रियता को दुनिया भर में बढ़ा दिया।

बाबा वेंगा की भविष्यवाणियाँ
बाबा वेंगा ने ऐसी कई अन्य भविष्यवाणियाँ की हैं, जिनमें दावा किया गया है कि 2025 में यूरोप अलग-अलग हिस्सों में बँट जाएगा। 2033 में जलवायु परिवर्तन के कारण समुद्र का जलस्तर बढ़ने लगेगा। कई देश डूबने लगेंगे। 2043 में यूरोप के अधिकांश भाग पर इस्लाम का शासन होगा। 2046 में कृत्रिम मानव शरीर के अंगों का उत्पादन तेज़ी से बढ़ने लगेगा। 2066 में अमेरिका एक ऐसा हथियार विकसित करेगा जो वायुमंडल को नष्ट करने की क्षमता रखता होगा। हालाँकि बाबा वेंगा की भविष्यवाणियों से जुड़ा कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, लेकिन उनकी कई भविष्यवाणियाँ सच साबित हुई हैं।

2028 के लिए भविष्यवाणियाँ
बाबा वेंगा ने भविष्यवाणी की थी कि 2028 में धरती से भूख पूरी तरह से खत्म हो जाएगी, यानी अब से लगभग 900 दिनों के भीतर दुनिया ऐसी स्थिति में पहुँच जाएगी जहाँ किसी को भी भूखा नहीं रहना पड़ेगा। यह उम्मीद की एक बड़ी किरण है, खासकर उन देशों के लिए जहाँ भूख अभी भी एक गंभीर समस्या है। हालांकि इन सब बातों का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, लेकिन बाबा वेंगा की पिछली कई भविष्यवाणियां सच साबित हुई हैं, यही वजह है कि लोग आज भी उनकी बातों को गंभीरता से लेते हैं।