क्रिप्टो टोकन खरीद रहे हैं, लेकिन क्या सही टोकन ले रहे हैं? जानिए यूटिलिटी और सिक्योरिटी टोकन में अंतर
- byrajasthandesk
- 12 May, 2025

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से पहले सबसे जरूरी बात है ये समझना कि आप किस प्रकार का टोकन खरीद रहे हैं। आज की तारीख में क्रिप्टो वर्ल्ड में सबसे ज्यादा इस्तेमाल में आने वाले दो टोकन हैं — यूटिलिटी टोकन और सिक्योरिटी टोकन।
इन दोनों का मकसद, उपयोग और कानूनों में बड़ा अंतर है। आइए विस्तार से समझते हैं।
📌 यूटिलिटी टोकन क्या होता है?
यूटिलिटी टोकन (Utility Token), जिन्हें यूजर टोकन भी कहा जाता है, किसी विशेष डिजिटल सेवा या DApp (डिसेंट्रलाइज्ड एप्लिकेशन) में सुविधा पाने के लिए उपयोग होते हैं।
🔸 उदाहरण:
Basic Attention Token (BAT) — इसे Brave ब्राउज़र पर विज्ञापन देखने और सेवाओं के भुगतान में प्रयोग किया जाता है। लेकिन इनसे किसी कंपनी में हिस्सेदारी या लाभ नहीं मिलता।
🔸 लॉन्च कैसे होते हैं:
अधिकतर यूटिलिटी टोकन ICO या IDO के जरिए लॉन्च किए जाते हैं।
🛡️ सिक्योरिटी टोकन क्या होता है?
सिक्योरिटी टोकन किसी कंपनी, प्रॉपर्टी या प्रोजेक्ट में डिजिटल हिस्सेदारी को दर्शाते हैं। ये ठीक वैसा ही काम करते हैं जैसा स्टॉक्स शेयर बाजार में करते हैं।
🔸 उदाहरण:
अगर कोई कंपनी सिक्योरिटी टोकन जारी करती है और उसका मूल्य बढ़ता है, तो टोकन की कीमत भी बढ़ेगी — साथ ही हो सकता है कि आपको डिविडेंड भी मिले।
🔸 नियम-कानून:
इन टोकनों पर कठोर सरकारी नियम लागू होते हैं, जैसे अमेरिका का Howey Test, जो तय करता है कि टोकन निवेश माने जाएंगे या नहीं।
🆚 यूटिलिटी और सिक्योरिटी टोकन में क्या है अंतर?
पॉइंट | यूटिलिटी टोकन | सिक्योरिटी टोकन |
---|---|---|
क्या करता है? | किसी सेवा या ऐप की सुविधा देता है | कंपनी/प्रोजेक्ट में हिस्सेदारी देता है |
मालिकाना हक? | ❌ नहीं मिलता | ✅ मिलता है |
सरकारी नियम | कम या ना के बराबर | पूरी तरह से लागू |
कीमत कैसे तय होती है? | ऐप या सर्विस की डिमांड पर | कंपनी या संपत्ति की वैल्यू पर |
जोखिम और फायदा | सुविधाएं मिलती हैं, पर कीमत अस्थिर | सुरक्षित होता है, लेकिन नियमों से बंधा है |
✅ निवेशक क्या करें?
- अगर आप किसी ऐप या प्लेटफॉर्म से जुड़ना चाहते हैं और उसका फायदा लेना चाहते हैं, तो यूटिलिटी टोकन बेहतर विकल्प है।
- अगर आपका उद्देश्य है कमाई, हिस्सेदारी या लॉन्ग-टर्म निवेश, तो सिक्योरिटी टोकन उपयुक्त है — लेकिन साथ में कानूनी समझदारी भी जरूरी है।