Holashta: जाने कब से शुरू हो रहे हैं होलाष्टक, तंत्र-मंत्र और जादू-टोने का होता हैं प्रभाव, आप भी रहे बचकर

इंटरनेट डेस्क। रंगों का त्योहार होली पास में हैं और 13 मार्च को होलिका दहन होने वाला है। 14 मार्च को रंगों की होली मनाई जाएगी। लेकिन होली से ठीक आठ दिन पहले से एक विशेष काल शुरू होता है, जिसे होलाष्टक कहते हैं। इस दौरान शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है, क्योंकि इसे नकारात्मक ऊर्जाओं के प्रभाव वाला समय माना जाता है। 

कब से शुरू होगा होलाष्टक?
होलाष्टक 7 मार्च से 13 मार्च तक रहेगा। यह फाल्गुन शुक्ल अष्टमी से शुरू होकर पूर्णिमा तक चलता है। इस दौरान कई राज्यों में होलिका दहन की तैयारियां शुरू हो जाती हैं और होली का डांडा रोपने की परंपरा निभाई जाती है।

बढ़ता हैं नाकारात्मक प्रभाव
ज्योतिष के अनुसार, होलाष्टक के आठ दिनों में ग्रहों की स्थिति कमजोर हो जाती है, जिससे इस अवधि को अशुभ माना जाता है। इन दिनों में अलग-अलग ग्रह निर्बल होते हैं। इन ग्रहों की निर्बलता के कारण जीवन में उथल-पुथल, मानसिक तनाव और नकारात्मक ऊर्जाओं का प्रभाव बढ़ जाता है। माना जाता है कि इस दौरान तंत्र-मंत्र और जादू-टोने जैसी नकारात्मक शक्तियां अधिक प्रभावी होती हैं।

pc- amar ujala