सैलरी, किराया और आय पर सरकार कितनी टैक्स कटौती करेगी? जानिए TDS के नए नियम
- byrajasthandesk
- 04 Mar, 2025

आयकर कानून में एक महत्वपूर्ण बदलाव आ रहा है, जो वेतन, किराया, म्यूचुअल फंड और अन्य स्रोतों से होने वाली आय पर टैक्स कटौती को प्रभावित करेगा। अगर आप टैक्स देने वालों की श्रेणी में आते हैं, तो जान लें कि इस बदलाव का आपकी जेब पर क्या असर पड़ेगा।
क्या है TDS और क्यों जरूरी है?
TDS (Tax Deducted at Source) यानी स्रोत पर कर कटौती एक आयकर व्यवस्था है, जिसके तहत भुगतानकर्ता आपकी आय से कर काटकर सरकार को जमा करता है। यह प्रक्रिया टैक्स चोरी को रोकने और सरकार को समय पर राजस्व प्राप्त करने के लिए लागू की गई है।
TDS विभिन्न प्रकार की आय पर लागू होता है, जैसे:
✔ वेतन
✔ ब्याज और लाभांश
✔ किराया और कमीशन
✔ ब्रोकरेज और अनुबंध भुगतान
✔ ऑनलाइन गेमिंग और लॉटरी से आय
यदि भुगतानकर्ता TDS कटौती के पात्र हैं, तो उन्हें इसे सरकार के खाते में जमा करना आवश्यक होता है।
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए TDS दरें (आकलन वर्ष 2025-26)
सरकार ने टीडीएस दरें तय करने के लिए पैन (PAN) को अनिवार्य कर दिया है। अगर पैन नहीं दिया गया, तो टैक्स धारा 206AA के तहत 20% की दर से काटा जाएगा।
आइए जानते हैं विभिन्न भुगतानों पर लगने वाली नई टीडीएस दरें:
1. वेतन और भविष्य निधि
धारा | विवरण | TDS दर (%) |
---|---|---|
192 | वेतन भुगतान | सामान्य स्लैब दर |
192A | भविष्य निधि (EPF) से निकासी (कर योग्य) | 10% |
2. ब्याज और लाभांश पर टीडीएस
धारा | विवरण | TDS दर (%) |
---|---|---|
193 | प्रतिभूतियों पर ब्याज | 10% |
194 | लाभांश से आय | 10% |
194A | अन्य स्रोतों से ब्याज | 10% |
3. गेमिंग, लॉटरी और घुड़दौड़ से कमाई
धारा | विवरण | TDS दर (%) |
---|---|---|
194B | लॉटरी, पहेली, कार्ड गेम और अन्य खेल | 30% |
194BA | ऑनलाइन गेमिंग से आय | 30% |
194BB | घुड़दौड़ से प्राप्त आय | 30% |
4. ठेके, कमीशन और ब्रोकरेज
धारा | विवरण | TDS दर (%) |
---|---|---|
194C | ठेकेदार/उप-ठेकेदार को भुगतान (व्यक्तिगत/HUF) | 1% |
194C | ठेकेदार/उप-ठेकेदार को भुगतान (अन्य) | 2% |
194D | बीमा कमीशन | 5% |
194H | कमीशन या ब्रोकरेज | 5% (01-10-2024 से 2%) |
5. किराया और संपत्ति से संबंधित TDS
धारा | विवरण | TDS दर (%) |
---|---|---|
194-I | प्लांट और मशीनरी का किराया | 2% |
194-I | भूमि, भवन, फर्नीचर या फिटिंग्स का किराया | 10% |
194-IA | अचल संपत्ति (कृषि भूमि को छोड़कर) के हस्तांतरण पर भुगतान | 1% |
194-IB | व्यक्तिगत/HUF द्वारा किराया भुगतान | 5% (01-10-2024 से 2%) |
6. म्यूचुअल फंड और अन्य निवेशों पर TDS
धारा | विवरण | TDS दर (%) |
---|---|---|
194F | म्यूचुअल फंड/UTI द्वारा पुनर्खरीद भुगतान | 20% |
194K | यूनिटों से प्राप्त आय | 10% |
7. बैंक से नकद निकासी पर TDS
धारा | विवरण | TDS दर (%) |
---|---|---|
194N | बैंक से ₹1 करोड़ से अधिक नकद निकासी | 2% |
194N | ₹20 लाख से अधिक निकासी (ITR न भरने वालों के लिए) | 5% |
8. ई-कॉमर्स और डिजिटल संपत्ति
धारा | विवरण | TDS दर (%) |
---|---|---|
194O | ई-कॉमर्स ऑपरेटर द्वारा भुगतान | 1% (01-10-2024 से 0.1%) |
194S | वर्चुअल डिजिटल एसेट (क्रिप्टो आदि) का ट्रांसफर | 1% |
TDS न भरने पर क्या होगा?
✔ यदि कोई TDS नहीं भरता है, तो उस पर धारा 201(1A) के तहत 1% प्रति माह की दर से ब्याज लगेगा।
✔ सरकार पैन न देने वालों पर 20% की दर से अधिकतम टैक्स काट सकती है।
✔ लंबे समय तक TDS न भरने पर दंड और कानूनी कार्रवाई भी संभव है।
क्या करें?
✅ अपना PAN अपडेट रखें ताकि अधिक टैक्स न कटे।
✅ TDS कटौती की सही जानकारी रखें और अपनी कर योग्य आय के अनुसार प्लान करें।
✅ फॉर्म 15G/15H भरें, अगर आपकी आय कर-मुक्त है।
✅ CA या टैक्स एडवाइजर से सलाह लें, ताकि आप टैक्स प्लानिंग सही ढंग से कर सकें।
TDS नियमों में किए गए ये बदलाव आपकी सैलरी, किराए और अन्य आय को सीधे प्रभावित कर सकते हैं। यह जरूरी है कि आप अपनी टैक्स देनदारी को समझें और वित्तीय योजना सही ढंग से बनाएं।
(Disclaimer: यह जानकारी केवल सामान्य संदर्भ के लिए है। सटीक कर परामर्श के लिए वित्तीय विशेषज्ञ से संपर्क करें।)