ISRO: जान ले कौन हैं इसरो के नए चीफ वी नारायणन, रॉकेट-मिसाइल तो उनके लिए हैं बाएं हाथ का खेल

इंटरनेट डेस्क। इसरो यानी इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन का नाम आते ही लोगों के दिमाग में अंतरिक्ष की बात आ जाती हैं और साथ ही साथ भारत को चांद पर पहुंचाने वाला इसरो सबके दिमाग पर छा जाता है। ऐसे में  अब बात इसरो के चीफ की होने जा रही हैं तो बदलते रहते हैं, मगर कामयाबी की रफ्तार नहीं रुकती। इस बीच अब इसरो का चीफ बदलने जा रहा है। जी हां, मौजूदा इसरो चीफ एस सोमनाथ की जगह अब वी नारायण कमान संभालेंगे। केंद्र सरकार ने वी नारायणन को इसरो का नया अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग का सचिव नियुक्त किया है।

जानते हैं कौन हैं नए चीफ?
मीडिया रिपोटर्स की माने तो केंद्र सरकार ने इसकी अधिसूचना मंगलवार को जारी कर दी है। बता दें कि नए इसरो चीफ नारायण वलियमाला स्थित लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम्स सेंटर (एलपीएससी) के चीफ हैं, उनका इसरो चीफ के तौर पर कार्यकाल दो साल का होगा। नारायणन अंतरिक्ष आयोग के अध्यक्ष भी होंगे उन्होंने भारत के क्रायोजेनिक इंजन के विकास में अहम भूमिका निभाई है। उन्हें रॉकेट और स्पेसक्राफ्ट का एक्सपर्ट माना जाता है, कहते हैं कि रॉकेट-मिसाइल तो उनके लिए बाएं हाथ का खेल है। नारायणन एक विशिष्ट वैज्ञानिक (एपेक्स स्केल) और इसरो में सबसे सीनियर निदेशक हैं। 

कौन हैं इसरो के नए चीफ नारायण
इसरो के नए चीफ नारायण परियोजना प्रबंधन परिषद-अंतरिक्ष परिवहन प्रणाली (पीएमसी-एसटीएस) के अध्यक्ष भी हैं। उनकी शुरुआती पढ़ाई तमिल भाषी स्कूलों में हुई है. नारायणन ने आईआईटी, खड़गपुर से क्रायोजेनिक इंजीनियरिंग में एम टेक और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में पीएचडी पूरी की है। एम टेक प्रोग्राम में पहली रैंक हासिल करने के लिए उन्हें सिल्वर मेडल से भी नवाजा गया था। रॉकेट और स्पेसक्राफ्ट प्रोपल्शन विशेषज्ञ नारायणन 1984 में इसरो में शामिल हुए थे।

pc- jantaserishta.com