Jokes: सड़क के इस पार एक पंजाबी भाई की दुकान थी, सडक के उस पार एक बनिये का नया स्टोर खुला... पढ़ें आगे
- byvarsha
- 30 Oct, 2025
Joke 1:
हमारे पिताजी के समय में दादाजी गाते थे
मेरा नाम करेगा रोशन, जग में मेरा राज दुलारा,
हमारे ज़माने में हमने गाया
पापा कहते है बड़ा नाम करेगा,
.
अब हमारे बच्चे गा रहे हैं…
बापू सेहत के लिए
तू तो हानिकारक है!
Joke 2:
पप्पू दारू पी के
ताला खोलने लगा, हाथ कापने
की वजह से ताला नहीं खुल रहा था।
बंटी- मैं खोल दूँ?
पप्पू- मैं खोल लूँगा, तू घर को पकड़
साला बहुत हिल रहा है।

Joke 3:
पप्पु – यार बिटु मेरा रिजल्ट तू देख के आजा !
अगर एक Subject में फेल हुआ तो
बोलना “जय श्री राम”….
अगर दो में फेल हुआ तो बोलना “राधे राधे”
अगर तीन में फेल हुआ तो बोलना “ब्रम्हा विष्णु महेश”
बिटु – (result निकलवाकर )
पप्पु- क्या हुआ ?
बिटु – बोलो साँचे दरबार की जय ।।।
नेपाली नौकर : (सुबह सुबह)- ओ शाब जी!!
मोटर खराब हो गई।।
साहब जी बड़ा परेशान अब क्या करुं??
इस कम्बख्त मोटर को भी सुबह ही खराब
होना था।
नौकरः क्या करूं शाब जी फैंक दें इशको क्या?
साहब जी : पागल है क्या, करवाता हूं शाम तक ठीक.
नौकर : ठीक है शाब जी तो फिर आज
आलू में मोटर के बदले गोबी डाल देता
हूँ शाब जी …..
साहब : दे चप्पल…दे चप्पल
Joke 4:
नेपाली नौकर : (सुबह सुबह)- ओ शाब जी!!
मोटर खराब हो गई।।
साहब जी बड़ा परेशान अब क्या करुं??
इस कम्बख्त मोटर को भी सुबह ही खराब
होना था।
नौकरः क्या करूं शाब जी फैंक दें इशको क्या?
साहब जी : पागल है क्या, करवाता हूं शाम तक ठीक.
नौकर : ठीक है शाब जी तो फिर आज
आलू में मोटर के बदले गोबी डाल देता
हूँ शाब जी …..
साहब : दे चप्पल…दे चप्पल

Joke 5:
सड़क के इस पार एक पंजाबी भाई की दुकान थी।
सडक के उस पार एक बनिये का नया स्टोर खुला
और साइन बोर्ड लगा कि मक्खन 100 रुपये !
.
अगले दिन पंजाबी भाई की दुकान पर साइन बोर्ड
था, मक्खन 90 रुपये !
.
उसके अगले दिन बनिए के साइन बोर्ड पर
मक्खन 80 रुपये !
.
इसी चक्कर की बिना पर और दो दिन बाद बनिए
के साइन बोर्ड पर मक्खन 60 रुपये टंगा था!
.
इस सिलसिले पर निगाह रखने वाले एक मित्र
तब पंजाबी भाई के पास पहुंचे और समझाया कि
भाई, ‘वो बनिया बड़ी पैसे वाली पार्टी है, वो घाटा
खाकर भी लंबे समय तक अपना मक्खन या माल
बेच सकते हैं। तुम उसके सामने ज्यादा समय तक
टिक नहीं पाओगे।
.
पंजाबी भाई ने मित्र को देखा, उसकी तरफ झुके
और राजदाराना लहजे में कहा – प्राजी,मैं ते
मक्खन बेचदा ही नहीं






