महादेव बेटिंग ऐप केस: जयपुर समेत 8 शहरों में ईडी की बड़ी कार्रवाई, करोड़ों के फर्जीवाड़े का पर्दाफाश
- byrajasthandesk
- 16 Apr, 2025

📌 मुख्य बातें (Key Highlights)
- जयपुर, दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़, अहमदाबाद, चेन्नई, इंदौर और संभलपुर में ईडी की छापेमारी
- देशभर के 15 ठिकानों पर एकसाथ हुई कार्रवाई
- कार्रवाई की कमान रायपुर स्थित ईडी शाखा के अधिकारियों ने संभाली
- ऑनलाइन सट्टेबाजी के नेटवर्क का महादेव ऐप के जरिए संचालन
- अब तक सामने आया 40,000 करोड़ रुपये का घोटाला
- जयपुर में रातभर चली छापेमारी, दस्तावेज़ और डिवाइस ज़ब्त
🕵️♂️ ईडी का एक्शन: जयपुर में फ्लैट पर छापा, दस्तावेज़ जब्त
ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने बुधवार को महादेव बेटिंग एप से जुड़े मामलों में एक बार फिर ताबड़तोड़ कार्रवाई की। जयपुर के सोडाला क्षेत्र स्थित रामनगर की एप्पल रेजीडेंसी के फ्लैट नंबर 305 में सुबह 8 बजे रेड शुरू की गई। बताया जा रहा है कि यह फ्लैट भरत दाधीच का है, जो ड्राई फ्रूट कारोबार से भी जुड़ा हुआ है।
छत्तीसगढ़ की रायपुर शाखा के नेतृत्व में चल रही इस कार्रवाई के तहत देश के 8 शहरों में 15 स्थानों पर छापे मारे गए। जयपुर के अलावा दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, इंदौर, चेन्नई, चंडीगढ़ और ओडिशा के संभलपुर में भी एक साथ ईडी की टीमें सक्रिय रहीं।
🏢 ईज माय ट्रिप के फाउंडर के दफ्तर पर भी छापा!
सूत्रों के अनुसार, इस रेड की जद में EaseMyTrip के को-फाउंडर निशांत पिट्टी का कार्यालय भी आया है। जयपुर में जब कार्रवाई हो रही थी, उस दौरान फ्लैट को पूरी तरह सील कर दिया गया, किसी को भी अंदर-बाहर आने की इजाजत नहीं दी गई। बिल्डिंग के बाकी फ्लैट्स में रहने वालों को भी रेड की भनक तक नहीं लगी।
📂 जप्त की गई सामग्री: बैंक डिटेल्स, डिवाइसेज़ और स्टेटमेंट
रात करीब 12 बजे तक चली रेड में ईडी अधिकारियों ने भरत दाधीच के बयान लिए, उनके बैंक खातों की जानकारी और लेन-देन के स्टेटमेंट खंगाले। साथ ही कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, दस्तावेज़ और अन्य सामग्री जब्त की गई है, जिनका आगे विश्लेषण किया जाएगा।
🎮 कैसे करता था काम महादेव बेटिंग ऐप?
महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप के जरिए क्रिकेट, बैडमिंटन, फुटबॉल, टेनिस जैसे खेलों और कार्ड गेम्स पर ऑनलाइन सट्टा करवाया जाता था। यह ऐप 'महादेव ऑनलाइन बुक' नामक कंपनी द्वारा चलाया जाता था, जिसे दुबई में बैठे सौरभ चंद्राकर और उनके सहयोगी रवि उप्पल ऑपरेट करते हैं।
ईडी की अब तक की जांच में यह खुलासा हुआ है कि देशभर में 30 कॉल सेंटर के जरिए हजारों लोगों को सट्टेबाजी की सुविधा दी जा रही थी।
💰 40 हजार करोड़ का ऑनलाइन घोटाला, हवाला और क्रिप्टो का उपयोग
- हवाला के माध्यम से पेमेंट
- फर्जी बैंक खाते और शेल कंपनियों का इस्तेमाल
- मनी लॉन्ड्रिंग और क्रिप्टो ट्रांजेक्शन
- सट्टेबाजों को छूट और रिवॉर्ड स्कीम्स
सीबीआई ने इस मामले में 4 मार्च 2024 को एफआईआर दर्ज की थी और 21 लोगों को आरोपी बनाया था। इसके आधार पर ईडी पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) के तहत कार्रवाई कर रही है।
🧑⚖️ राजनेताओं और अफसरों की संलिप्तता भी जांच के घेरे में
जांच में यह भी सामने आया है कि इस पूरे सट्टेबाजी नेटवर्क में राजनीतिक हस्तियां, पुलिस अधिकारी और उच्च स्तरीय अफसर भी शामिल रहे हैं। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश पटेल पर भी गंभीर आरोप लगाए जा चुके हैं।
🚨 इससे पहले भी जयपुर में हो चुकी है रेड
ईडी ने पहले भी जयपुर के मानसरोवर इलाके में इस मामले में छापेमारी की थी, जिसमें कई लग्जरी गाड़ियां जब्त की गई थीं। अब एक बार फिर यह मामला सुर्खियों में है।