Pitru Roop: पितृपक्ष के दौरान इस रूप में आपके घर आते हैं पूर्वज, पहचानने में नहीं करें गलती

इंटरनेट डेस्क। पितृ पक्ष का हिंदू धर्म में विशेष महत्व माना गया है, बता दे की इसकी शुरूआत भाद्रपद पूर्णिमा से होती हैं और यह अश्विन अमावस्या तक चलता है। 15 दिनों तक चलने वाले पितृ पक्ष की शुरुआत इस बार 7 सितंबर से हो रही है। इस दौरान श्राद्ध, पिंडदान और तर्पण करने की परंपरा है, धार्मिक मान्यता के अनुसार, पितृ पक्ष के दौरान पूर्वज किसी न किसी रूप में अपने वंशजों के घर पधारते हैं। ऐसे में जानेंगे की पितर किस रूप में घर आते हैं।

पितर किस रूप में आते हैं?
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, पितृ पक्ष के दौरान पितर कौआ, चींटियों, गायों और कुत्तों जैसे जीवों के रूप में घर आते है। जिससे वे अपने वंशजों से श्राद्ध और भोजन ग्रहण कर सकें। पितृ पक्ष के दौरान ऐसे जीवों का आपके घर आना और भोजन ग्रहण करना शुभ माना जाता है।

कौए- धार्मिक मान्यता है कि पितृ पक्ष के दौरान पितर कौओं के रूप में पृथ्वी पर आते हैं और जल-अन्न ग्रहण करते हैं।

चींटियां- पितृ पक्ष के दौरान घर में बहुत सारी लाल चींटियों का दिखना भी पितरों के आने का संकेत हो सकता है।

गाय और कुत्ता- पितृ पक्ष के दौरान गाय और कुत्ते के रूप में पितरों का घर के द्वार पर आना शुभ माना जाता है।

pc- boldsky.com