Rajasthan: घर में चार चार सुसाईड, 21 परीक्षाओं में फेल हुए इस सख्स की कहानी सुन कांप जाएंगे आप भी, लेकिन आज हैं एक बड़ा....

इंटरनेट डेस्क। कहते हैं ना की कोशिश करने वाले की कभी भी हार नहीं होती और वो लगातर मेहनत करता हैं तो सफलता उसके कदम भी चूमती है। ये तो हुई सफलता की बात लेकिन जिस इंसान के घर से एक नहीं चार लोगों ने बारी बारी से सुसाईड किया हो और फिर भी वो मेहनत और हौंसला रखकर आगे बढ़े तो सफलता मिलनी तय होती है। ऐसे ही एक सख्स हैं बाड़मेर के जिनका नाम हैं गिरधर सिंह रांदा। जो इस समय ग्राम विकास अधिकारी है। तो आज जानते हैं इनकी कहानी। 

कैसे मिली सफलता
गिरधर सिंह रांदा इस समय ग्राम विकास अधिकारी के पद पर नौकरी कर रहे हैं। इनका नौकरी लगना कोई आसान बात नहीं थी, लेकिन वो मेहनत करने में पीछे नहीं रहे। उन्होंने 22वीं कोशिश में यह नौकरी प्राप्त की है। इसके पहले 21 बार इन्हें असफलता हाथ लगी। यह अपनी रिश्तेदारी और परिवार में सरकारी नौकरी लगने वाल पहले शख्स है। 

दे चुके हैं कई परीक्षाएं
2013 के करीब ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद रांदा ने राजस्थान में रोडवेज बस कंडक्टर, होमगार्ड, पुलिस कांस्टेबल, बैंक चपरासी, बैंक पीआ,े वनपाल वनरक्षक सहित लगभग 21 परीक्षाएं दी। आखिरकार ग्राम विकास अधिकारी परीक्षा में यह पास हुए और आज नौकरी कर रहे है। 

परिवार में चार लोगों ने किया सुसाइड
मीडिया रिपोटर्स की माने तो गिरधर रांदा बताते हैं कि परिवार का मूल आय का साधन खेती थी। लेकिन उन पैसों से घर चलना भी मुश्किल था। आर्थिक तंगी के चलते पहले दादी और फिर 2 चाचा ने सुसाइड किया। इनके बड़े भाई रघुमान सिंह ने भी केरोसिन डालकर आत्महत्या कर ली। तब से ही गिरधर ने सोच लिया था चाहे कुछ भी हो परिवार के हालात बदलने हैं और उसके बाद मेहनत कर नौकरी लग गए।

pc-hindi.asianetnews.com