राजस्थान मौसम अपडेट: पश्चिमी विक्षोभ ने कई जिलों में मचाई तबाही, तेज ओलावृष्टि और आंधी-तूफान से फसलों को भारी नुकसान, अलर्ट जारी

पश्चिमी विक्षोभ से राजस्थान के मौसम में आया अचानक बदलाव, बीकानेर और चूरू में ओलावृष्टि और बारिश ने फसलों को किया नुकसान

पश्चिमी विक्षोभ के असर से राजस्थान में शुक्रवार को मौसम में अचानक बदलाव आया। बीकानेर और चूरू जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश हुई और ओले भी गिरे, जिससे मौसम में ठंडक बढ़ गई। इस दौरान खेतों में खड़ी फसलों को काफी नुकसान हुआ। इसके अतिरिक्त, श्रीगंगानगर और जैसलमेर में हल्की बारिश हुई, जबकि जयपुर सहित अधिकतर जिलों में बादल छाए रहे। मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि शनिवार को जयपुर, भरतपुर संभाग और शेखावाटी क्षेत्र में हल्की बारिश के साथ मेघगर्जन होने की संभावना है। इसके बाद 2 मार्च से अगले 4-5 दिनों तक मौसम शुष्क रहने की उम्मीद है।

पश्चिमी राजस्थान में मौसम के बदलाव का असर, तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना

पश्चिमी राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों में एक कम दबाव का क्षेत्र बन चुका है, जिसके कारण बीकानेर, जोधपुर, जयपुर, और भरतपुर संभागों में कहीं-कहीं हल्की बारिश और मेघगर्जन हो सकते हैं। इस दौरान हवाओं की गति 30-40 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, 1 मार्च को जयपुर, भरतपुर और शेखावाटी क्षेत्र में हल्की बारिश की संभावना है, जबकि अन्य हिस्सों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहेगा।

शेखावाटी में ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान

शेखावाटी क्षेत्र में मौसम ने एक बार फिर पलटा लिया, और चूरू जिले के कई गांवों में ओलावृष्टि के साथ बारिश हुई। इस घटना ने सरसों, ईसबगोल, गेहूं जैसे खड़ी रबी फसलों को बुरी तरह नुकसान पहुंचाया। ओले और बारिश से फसलें गिर गईं, जिससे किसानों को भारी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा है। किसानों ने बताया कि ओलावृष्टि और तेज बारिश के कारण उनकी फसलें बर्बाद हो गईं।

बीकानेर में ओलावृष्टि ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया

बीकानेर के लूणकरनसर तहसील में शुक्रवार को हुई ओलावृष्टि से किसानों के खेतों में खड़ी पकी फसलें तबाह हो गईं। लगभग 15-20 मिनट तक चली ओलावृष्टि के कारण सरसों, चना, गेहूं, ईसबगोल, जौ समेत अन्य रबी फसलों को भारी नुकसान हुआ। दोपहर साढ़े तीन बजे से रुक-रुक कर हुई ओलावृष्टि ने किसानों को वित्तीय संकट में डाल दिया।