RCB victory stampede: केएससीए के लेटर से हुआ खुलासा कि पहले ही बना लिया गया था इवेंट का प्लान, सरकार के 'अंतिम क्षण' के दावे का हुआ खंडन

PC: CricXtasy

बेंगलुरु: कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) की ओर से राज्य सरकार को 3 जून, 2025 को लिखा गया एक पत्र सामने आया है, जो आधिकारिक कथन का खंडन करता है कि RCB के सम्मान समारोह की योजना "अंतिम क्षण" में बनाई गई थी। पत्र में विधान सौध के सामने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) को उनके पहले IPL खिताब जीतने के सम्मान में एक भव्य समारोह आयोजित करने की अनुमति मांगी गई है।

यह खुलासा चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास RCB की जीत के जश्न के दौरान हुई दुखद भगदड़ को लेकर बढ़ते जन आक्रोश के बीच हुआ है, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गए। सरकार ने दावा किया था कि यह कार्यक्रम अचानक आयोजित किया गया था, जिससे पर्याप्त सुरक्षा या भीड़ नियंत्रण की तैयारियों के लिए बहुत कम समय बचा था। हालांकि, KSCA द्वारा कार्यक्रम से 24 घंटे से अधिक पहले किया गया औपचारिक अनुरोध उस स्पष्टीकरण पर सवाल उठाता है।

पत्र ने योजना की समयसीमा को उजागर किया
KSCA का पत्र, जो सार्वजनिक सम्मान समारोह की योजना को स्पष्ट रूप से रेखांकित करता है, वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को संबोधित किया गया था। इसमें क्रिकेट संस्था ने विशेष रूप से 4 जून की सुबह प्रतिष्ठित विधान सौध के सामने समारोह आयोजित करने की अनुमति मांगी थी। यह औपचारिक संचार साबित करता है कि अधिकारियों को पहले से ही सूचित कर दिया गया था, जबकि मुख्यमंत्री और राज्य के अन्य अधिकारियों ने दावा किया था कि वे समारोह के पैमाने और समय को लेकर अचंभित थे।

विरोधाभासी दावों से जवाबदेही पर सवाल उठते हैं
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पहले कहा था कि "न तो सरकार और न ही केएससीए को इतनी बड़ी भीड़ की उम्मीद थी," उन्होंने "अप्रत्याशित उपस्थिति" और "अल्प सूचना" को घातक भगदड़ के लिए जिम्मेदार ठहराया। हालांकि, हाल ही में सामने आए केएससीए पत्र से पता चलता है कि समन्वय के लिए स्पष्ट अनुरोध किया गया था, जो अंतिम समय में हुई घटना की कहानी को कमजोर करता है।

इस विसंगति से राज्य द्वारा स्थिति को संभालने की आलोचना तेज होने की संभावना है, खासकर विपक्षी दलों की ओर से, जिन्होंने पहले ही सरकार पर लापरवाही और तैयारियों की कमी का आरोप लगाया है।

त्रासदी और परिणाम

4 जून की शाम को चिन्नास्वामी स्टेडियम के गेट नंबर 7 पर भगदड़ मच गई, जब हजारों प्रशंसक मुफ़्त टिकट की अपुष्ट अफवाहों और आरसीबी खिलाड़ियों की एक झलक पाने की उम्मीद में इस क्षेत्र में उमड़ पड़े। अचानक हुई बारिश और भीड़ प्रबंधन की कमी ने स्थिति को जानलेवा बना दिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस की अपर्याप्त मौजूदगी और प्रवेश नियंत्रण की कमी को भगदड़ के मुख्य कारणों में से बताया है।

जबकि सरकार ने पीड़ितों के परिवारों के लिए मुआवज़े की घोषणा की है और मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं, इस पत्र के सामने आने से जांच का ध्यान प्रशासनिक चूक और गलत सूचना की ओर जा सकता है।