Union Budget 2025: आखिर कहाँ से आया 'बजट' शब्द, कब किया गया पहली बार इस्तेमाल? यहाँ जानें डिटेल्स

pc: news24online

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शनिवार, 1 फरवरी को वित्त वर्ष 2025-26 के लिए केंद्रीय बजट पेश करेंगी। उल्लेखनीय है कि इस दिन शेयर बाजार भी अपने सामान्य वीकेंड ऑफ होने के बावजूद कारोबार करेंगे, ताकि बजट घोषणाओं पर प्रतिक्रिया और कारोबार को सुविधाजनक बनाया जा सके। वि

त्त मंत्री ने हाल ही में उद्योग के हितधारकों के साथ बजट-पूर्व बैठकों की एक श्रृंखला पूरी की, जिसमें आगामी बजट को तैयार करने के लिए उनकी प्रतिक्रियाएँ, चिंताएँ और सुझाव लिए गए।

केंद्रीय बजट 2025: मुख्य अपेक्षाएँ

इस बीच, EY इंडिया का अनुमान है कि आगामी बजट में निजी पूंजीगत व्यय वृद्धि, कर सरलीकरण और व्यक्तिगत आयकर में कटौती को प्राथमिकता दी जा सकती है। EY ने कर पारिस्थितिकी तंत्र में सुधार के लिए आयकर आयुक्त (अपील) स्तर पर लंबित मामलों को निपटाने और वैकल्पिक विवाद समाधान तंत्र को मजबूत करने की सिफारिश की है। फर्म को कर प्रणाली को सरल बनाने, करदाता सेवाओं को बढ़ाने, मुकदमेबाजी को कम करने और कर अनुपालन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण कर सुधारों की भी उम्मीद है।

'बजट' शब्द कहाँ से आया है?

"बजट" शब्द की उत्पत्ति फ्रेंच शब्द "बौगेट" से हुई है, जिसका अर्थ है "छोटा थैला", जो 15वीं शताब्दी में अंग्रेजी भाषा में आया।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, "बजट" शब्द का व्यापक उपयोग तब हुआ जब इंग्लैंड के पूर्व वित्त मंत्री सर रॉबर्ट वालपोल ने 1733 में संसद में अपने बजट प्रस्ताव एक छोटे से थैले में रखकर पेश किए। जब उनसे बजट के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने जवाब दिया, "इसमें आपकी ज़रूरतों के लिए बजट है।" इस तरह से इस शब्द ने इतिहास में अपनी जगह बनाई।

आश्चर्यजनक रूप से भारतीय संविधान में "बजट" शब्द का स्पष्ट रूप से उल्लेख नहीं किया गया है। इसके बजाय, अनुच्छेद 112 में सरकार द्वारा अनुमानित व्यय और अनुमानित राजस्व की वार्षिक प्रस्तुति का वर्णन करने के लिए "वार्षिक वित्तीय विवरण" वाक्यांश का उपयोग किया गया है।