AI से बना रहे फर्जी आधार-पैन कार्ड! Ghibli स्टाइल इमेज के साथ ChatGPT के गलत इस्तेमाल पर बढ़ी चिंता
- byrajasthandesk
- 04 Apr, 2025

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जहां एक ओर लोगों की जिंदगी आसान बना रहा है, वहीं दूसरी ओर इसका दुरुपयोग भी तेजी से बढ़ रहा है। खासतौर पर ChatGPT जैसे टूल्स के जरिए न केवल कलात्मक Ghibli स्टाइल इमेज बनाई जा रही हैं, बल्कि अब कुछ लोग इसका इस्तेमाल फर्जी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड और फेक बिल्स तैयार करने में भी कर रहे हैं।
Ghibli स्टाइल इमेज का ट्रेंड, लेकिन...
इन दिनों Facebook, Instagram, WhatsApp और X जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर Ghibli स्टाइल में बनी इमेज की बाढ़ सी आ गई है। OpenAI के GPT-4o मॉडल के आने के बाद से अब तक 70 करोड़ से अधिक AI इमेज बनाई जा चुकी हैं, और यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है।
फेक डॉक्यूमेंट बना रहे कुछ यूजर्स
AI इमेज टूल्स का इस्तेमाल अब केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं रहा। रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ लोग ChatGPT और अन्य जनरेटिव AI टूल्स की मदद से फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और बिजली-पानी के नकली बिल्स तैयार कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर खुलेआम हो रहा शेयर
X (पहले Twitter) पर कई यूजर्स ने ChatGPT से बने फेक डॉक्यूमेंट शेयर किए हैं। एक पोस्ट में आर्यभट्ट का आधार और पैन कार्ड दिखाया गया, जिसे देखकर साफ पता चलता है कि AI का यह प्रयोग मज़ाक या मज़े तक सीमित नहीं रहा, बल्कि साइबर फ्रॉड का जरिया भी बन सकता है।
AI से हो रहे कई काम, पर खतरे भी हैं
AI टूल्स का इस्तेमाल आज PPT बनाने, स्क्रिप्ट तैयार करने, मार्केट रिसर्च और पढ़ाई जैसे अनेक कार्यों में हो रहा है। लेकिन इसका गलत दिशा में इस्तेमाल, न सिर्फ कानूनन अपराध है बल्कि यह लोगों की सुरक्षा और निजता के लिए भी खतरा बन सकता है।
सरकार और एजेंसियों की बढ़ी टेंशन
AI के बढ़ते दुरुपयोग को देखते हुए अब सरकार और साइबर सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं। जरूरत है कि AI टूल्स के उपयोग को लेकर सख्त नियम बनाए जाएं ताकि इनका प्रयोग सिर्फ सकारात्मक और रचनात्मक उद्देश्यों के लिए ही हो।