सरकार ने लॉन्च किया नया 'आधार एप्लीकेशन', अब नहीं ले जाना पड़ेगा आधार कार्ड, UPI की तरह होगी वेरिफिकेशन सुविधा

नई दिल्ली | गर्मी के साथ-साथ टेक्नोलॉजी की दुनिया में भी बड़ा अपडेट आया है। केंद्र सरकार ने एक नया ‘Aadhaar Application’ लॉन्च किया है, जिसे डिजिटल आइडेंटिटी को सुरक्षित और यूजर-फ्रेंडली बनाने के मकसद से पेश किया गया है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस एप की जानकारी साझा की है।

क्या है नया आधार एप्लीकेशन?

यह एक फेस ऑथेन्टिकेशन आधारित मोबाइल एप्लिकेशन है, जो फिजिकल आधार कार्ड या उसकी फोटो कॉपी की जरूरत को खत्म कर देगा। इसका इंटरफेस बिल्कुल UPI जैसा सरल और सुविधाजनक है। इससे किसी भी होटल, दुकान या ऑफिस में अपनी पहचान बताने के लिए अब सिर्फ एक QR कोड स्कैन करना होगा या रिक्वेस्ट पर डेटा शेयर किया जा सकता है।

इन 6 खास बातों को जानिए:

  1. फुल कंट्रोल यूजर के हाथ में: अब आधार से जुड़ी केवल जरूरी जानकारी ही यूजर की मर्जी से शेयर की जा सकेगी।
  2. QR कोड से वेरिफिकेशन: UPI की तरह QR कोड स्कैन कर आधार वेरिफिकेशन आसान हो गया है।
  3. फिजिकल कॉपी से छुटकारा: स्कैन्ड और प्रिंटेड कॉपी की जरूरत पूरी तरह खत्म।
  4. फेस ID से ऑथेन्टिकेशन: मोबाइल एप के जरिए चेहरा स्कैन कर वेरिफिकेशन हो सकेगा।
  5. डाटा सिक्योरिटी: यह एप्लिकेशन यूजर का डेटा लीक या गलत इस्तेमाल से बचाता है।
  6. ऑन-डिमांड डेटा शेयरिंग: होटल, दफ्तर या किसी संस्था को सिर्फ वही डेटा दिया जा सकेगा, जो जरूरी हो।

फिलहाल बीटा वर्जन में

सरकार ने बताया कि यह एप्लिकेशन अभी बीटा फेज में है और इसकी टेस्टिंग जारी है। लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही सभी यूजर्स के लिए इसे फुल स्केल पर लॉन्च कर दिया जाएगा।

क्यों है यह एप्लीकेशन खास?

यह एप डिजिटल इंडिया को और मजबूती देगा। जैसे UPI ने डिजिटल पेमेंट को आसान बनाया, वैसे ही यह नया एप आधार से जुड़ी सेवाओं को डिजिटल और प्राइवेट बना देगा। इससे न सिर्फ फिजिकल दस्तावेजों की जरूरत कम होगी बल्कि धोखाधड़ी की आशंका भी घटेगी।

अब पहचान बताने के लिए सिर्फ चेहरा और मोबाइल काफी है!