16 साल से कम उम्र के यूजर्स के लिए Meta ने बनाए सख्त नियम, अब बिना पेरेंट्स की इजाजत नहीं चलेगा लाइव

नई दिल्ली | सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर नाबालिगों की सुरक्षा को लेकर लंबे समय से उठते सवालों के बीच Meta ने बड़ा कदम उठाया है। अब 16 साल से कम उम्र के यूजर्स इंस्टाग्राम, फेसबुक और मैसेंजर पर बिना माता-पिता की अनुमति के लाइव वीडियो होस्ट नहीं कर सकेंगे। इसके साथ ही उन्हें संवेदनशील या न्यूडिटी से जुड़ी तस्वीरें डायरेक्ट मैसेज के जरिये भेजने की अनुमति भी नहीं होगी।

मेटा की नई टीन सेफ्टी पॉलिसी – मुख्य बातें

  • लाइव फीचर पर रोक: अब 16 साल से कम उम्र के यूजर्स तब तक इंस्टाग्राम या फेसबुक पर लाइव नहीं जा सकेंगे, जब तक उन्हें अपने माता-पिता की इजाजत न हो।
  • न्यूडिटी रोकथाम: ऐसे यूजर्स किसी को भी अश्लील या न्यूडिटी से जुड़ी तस्वीरें डायरेक्ट मैसेज के जरिए नहीं भेज पाएंगे।
  • फेसबुक और मैसेंजर पर भी टीन अकाउंट लागू: पहले जो फीचर इंस्टाग्राम पर था, अब वह फेसबुक और मैसेंजर पर भी सख्ती से लागू कर दिया गया है।

क्या होता है टीन अकाउंट?

Meta ने 'Teen Account' फीचर को 18 साल से कम उम्र के यूजर्स के लिए डिजाइन किया है। इसका मकसद है कि:

  • टीन यूजर संवेदनशील कंटेंट न देख सकें
  • उन्हें सीमित मैसेजिंग एक्सेस मिले
  • उनका अकाउंट डिफॉल्ट प्राइवेट मोड में रहे
  • 16-17 साल के यूजर्स इन सेटिंग्स को मैनुअली बदल सकते हैं

Meta के अनुसार, अब तक 13 से 15 साल के 97% यूजर्स ने यह सुरक्षा सेटिंग ऑन कर ली है और 5.4 करोड़ से ज्यादा टीन अकाउंट एक्टिव हैं।

Meta ने क्या कहा?

Meta के प्रवक्ता ने बयान में कहा,

“हम बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं। आत्महत्या, खाने के विकार या बच्चों के शोषण से जुड़े किसी भी कंटेंट के प्रति हमारी नीति पहले जैसी ही सख्त बनी रहेगी।”

हालांकि, 18 साल से कम उम्र के यूजर्स के लिए साइबर बुलिंग और उत्पीड़न की नीतियों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

क्यों जरूरी हुआ ये कदम?

Meta पिछले कुछ सालों से लगातार आलोचना झेल रही है। अमेरिका के 30 से ज्यादा राज्यों के ग्रुप्स ने कंपनी पर मुकदमा भी किया था, जिसमें आरोप था कि मेटा कम उम्र के बच्चों का शोषण करती है और उन्हें मानसिक रूप से प्रभावित करती है।