Nirjala Ekadashi 2025: जाने कब हैं निर्जला एकादशी, इस व्रत को करने से मिलता हैं 24 एकादशी व्रत जितना लाभ
- byShiv
- 17 Apr, 2025

इंटरनेट डेस्क। निर्जला एकादशी एक बहुत ही बड़ा व्रत हैं और इसे हिंदू धर्म में विशेष स्थान दिया गया है। बताया जाता हैं कि महाभारत काल में सबसे पहले यह व्रत भीम ने किया था, इसलिए इस व्रत को भीम एकादशी भी कहते हैं, भगवान श्रीकृष्ण की सलाह पर भीम ने यह व्रत किया था, चूंकि भीम के लिए भूखा रह पाना संभव नहीं हो पाता था, इसलिए भगवान श्रीकृष्ण ने उनसे ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी के दिन निर्जला व्रत रखने के लिए कहा, जिससे उन्हें सभी 24 एकादशी व्रत करने जितना फल मिलेगा।
निर्जला एकादशी कब हैं
ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष में एकादशी तिथि को निर्जला एकादशी व्रत रखा जाता है, पंचांग के की माने तो 6 जून को रात 2 बजकर 15 मिनट पर एकादशी तिथि शुरू हो जाएगी, यह तिथि अगले दिन, यानी 7 जून को सुबह 4 बजकर 47 मिनट पर समाप्त होगी, इसलिए निर्जला एकादशी का व्रत 6 जून को रखा जाएगा।
क्या रहेगा पारण समय
एकादशी व्रत का पारण हमेशा द्वादशी तिथि में किया जाता है, इस साल निर्जला एकादशी व्रत का पारण 7 जून को द्वादशी के दिन होगा। निर्जला एकादशी का पौराणिक महत्व है, महाभारत युद्ध के बाद पांडवों ने एकादशी व्रत रखे थे, मान्यता है कि यह निर्जला एकादशी व्रत करने से सारे पाप धुल जाते हैं।
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