SBI ATM ट्रांजेक्शन महंगा हुआ: अब लिमिट के बाद देना होगा ₹15 से ₹23 तक का चार्ज, जानिए पूरी डिटेल

अगर आप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के ग्राहक हैं और बार-बार एटीएम से नकद निकालते हैं, तो अब आपको यह आदत महंगी पड़ सकती है। 1 फरवरी 2025 से SBI ने ATM लेनदेन से जुड़े चार्ज और फ्री लिमिट में बड़ा बदलाव किया है। इन बदलावों का मकसद डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देना और फीस सिस्टम को सरल बनाना है।

🔄 क्या है नया नियम?

  • अब हर बचत खाता धारक को:
    • SBI के एटीएम से 5 फ्री ट्रांजेक्शन
    • अन्य बैंकों के एटीएम से 10 फ्री ट्रांजेक्शन मिलेंगे।
  • यह नियम मेट्रो और नॉन-मेट्रो दोनों शहरों के ग्राहकों पर समान रूप से लागू होगा।

💸 अब कितना लगेगा अतिरिक्त चार्ज?

  • SBI एटीएम पर लिमिट पार करने के बाद:
    • ₹15 + GST प्रति ट्रांजेक्शन
  • अन्य बैंक एटीएम पर लिमिट पार करने के बाद:
    • ₹21 + GST प्रति ट्रांजेक्शन
  • गैर-वित्तीय सेवाएं (जैसे बैलेंस चेक, मिनी स्टेटमेंट):
    • SBI एटीएम: फ्री
    • अन्य बैंक एटीएम: ₹10 + GST

📊 RBI का भी असर

  • 1 मई 2025 से RBI ने ATM इंटरचेंज शुल्क बढ़ाकर ₹23 कर दिया है, जो पहले ₹21 था।
    यानी अब बैंक अधिकतम ₹23 तक चार्ज कर सकते हैं।

🏦 AMB के आधार पर फायदों में अंतर

  • यदि आपके खाते में औसत मासिक बैलेंस (AMB):
    • ₹25,000 – ₹50,000: 5 अतिरिक्त फ्री ट्रांजेक्शन (दूसरे बैंक एटीएम पर)
    • ₹1 लाख से अधिक: SBI और अन्य बैंक दोनों के एटीएम पर अनलिमिटेड फ्री ट्रांजेक्शन

💰 SBI को इससे कितनी कमाई हुई?

  • SBI ने पिछले 5 वर्षों में ATM ट्रांजेक्शन से ₹2,043 करोड़ की कमाई की है।
  • जबकि अन्य 9 सरकारी बैंकों को कुल मिलाकर ₹3,738.78 करोड़ का घाटा हुआ।
  • सिर्फ PNB और Canara Bank ही SBI की तरह इस सर्विस से मुनाफा कमा सके हैं।

 

अगर आप SBI ग्राहक हैं तो अब से ATM इस्तेमाल की रणनीति समझदारी से बनाएं। सीमित ट्रांजेक्शन में ही कैश निकालें या डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा दें, नहीं तो आपको हर बार अतिरिक्त शुल्क देना होगा।