BJP: पीएम मोदी को फिर से क्यों लेनी पड़ी भाजपा की सदस्यता? जान ले क्या हैं पार्टी के नियम कायदे

इंटरनेट डेस्क। भाजपा का सदस्यता अभियान सोमवार से फिर से शुरू हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सदस्यता के साथ शुरू हुए भाजपा के सदस्यता अभियान का लक्ष्य दस करोड़ सदस्य बनाने का है। पार्टी का विश्वास है कि यह अभियान पिछले सभी रिकार्ड तोड़ेगा। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं से कहा कि सदस्यता अभियान पूरा होने के बाद बूथ से राष्ट्र स्तर तक संगठन के चुनाव होंगे। 

जेपी नड्डा ने क्या कहा
मीडिया रिपोटर्स की माने तो जेपी नड्डा ने आगे कहा, पहली बार निर्णय हुआ कि डिजिटली सदस्य बनाएंगे। छह माह अभियान चला और पहली बार भाजपा ने दस करोड़ सदस्यों का लक्ष्य पार किया। इस बार का सदस्यता अभियान भी दस करोड़ से ज्यादा होगा। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं पार्टी के राष्ट्रीय सदस्यता अभियान के संयोजक विनोद तावड़े ने कुछ दिन पहले ही पार्टी मुख्यालय में मीडिया को इस अभियान की जानकारी दी थी कहा था भाजपा के संविधान के मुताबिक, हर 5-6 साल बाद नए सिरे से सबको फिर से पार्टी का सदस्य बनाया जाता है।

पीएम मोदी ने भी ली सदस्यता
बता दें पीएम मोदी की सदस्यता को भी पांच से 6 साल का समय हो चुका हैं और ऐसे में उन्होंने भी पार्टी के टोल फ्री नंबर पर मिस्ड कॉल के जरिए फिर से भाजपा की सदस्यता ली। उन्होंने कहा कि देश की लगभग 1,500 छोटी-बड़ी पार्टियों में भाजपा इकलौती पार्टी है, जो संगठन के संविधान के अनुसार चलकर प्रजातांत्रिक मूल्यों को जीते हुए चल रही है। 18 करोड़ की सदस्यता होने के बावजूद पार्टी में हर छह वर्ष बाद सदस्यता का नवीनीकरण कराना होता है।

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