LPG सिलेंडर की कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए सरकार ने एक नई व्यवस्था लागू की है। अब उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर की डिलीवरी के समय एक डिलीवरी ऑथेंटिकेशन कोड (DAC) दिखाना होगा। यह कोड पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा, और बिना इसे दिखाए सिलेंडर की डिलीवरी नहीं की जाएगी। इस नए सिस्टम का उद्देश्य सिलेंडर की चोरी और कालाबाजारी पर रोक लगाना है।
अब गैस सिलेंडर की डिलीवरी के दौरान उपभोक्ताओं को डिलीवरी कोड बताना अनिवार्य होगा। जब ग्राहक गैस एजेंसी से सिलेंडर बुक करेंगे, तो उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर DAC कोड भेजा जाएगा। इस कोड को डिलीवरी कर्मी को दिखाने पर ही सिलेंडर प्राप्त होगा। सरकार इस व्यवस्था को 1 नवंबर से लागू करने जा रही है।
मोबाइल नंबर और पता अपडेट करें
जो ग्राहक अपने मोबाइल नंबर या पते को अपडेट नहीं कर पाए हैं, उन्हें जल्द ही यह काम कर लेना चाहिए। अगर आपने इन विवरणों को अपडेट नहीं किया तो डिलीवरी के समय आपको परेशानी हो सकती है, क्योंकि डिलीवरी के दौरान आपके फोन पर भेजा गया कोड दिखाना आवश्यक होगा।
कैसे काम करेगा नया सिस्टम
LPG सिलेंडर की होम डिलीवरी के लिए DAC कोड अनिवार्य होगा। गैस एजेंसी आपके पंजीकृत नंबर पर कोड भेजेगी, और डिलीवरी कर्मी को यह कोड दिखाए जाने के बाद ही सिलेंडर की डिलीवरी की जाएगी। बिना कोड के सिलेंडर की डिलीवरी संभव नहीं होगी।
धार जिले में 4.69 लाख कनेक्शन
धार जिले में लगभग 4.69 लाख LPG कनेक्शन हैं और जिले की 46 से अधिक गैस एजेंसियां इन कनेक्शनों के लिए सेवा प्रदान कर रही हैं। इस नए सिस्टम से उपभोक्ताओं को धोखाधड़ी से बचाने का प्रयास किया जा रहा है। जिन ग्राहकों ने बार-बार अपनी सिम कार्ड बदली है, उन्हें इस सिस्टम के तहत परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
नए गैस सिलेंडर रेट्स
नवंबर महीने में घरेलू गैस सिलेंडर के 14 किलोग्राम के दामों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। हालांकि, 19 किलोग्राम के व्यावसायिक सिलेंडर के दामों में 78 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।
जिला आपूर्ति अधिकारी की अपील
धार जिले के जिला आपूर्ति अधिकारी श्रीराम बद्रे ने सभी ग्राहकों से अपील की है कि वे अपने मोबाइल नंबर को जल्द से जल्द अपडेट करवा लें ताकि सिलेंडर की डिलीवरी में कोई परेशानी न हो।