हर क्रिप्टो निवेशक को Bitcoin से जुड़े ये 5 बड़े मिथक जानना बेहद जरूरी
- byrajasthandesk
- 16 Apr, 2025

क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में Bitcoin का दबदबा आज भी कायम है। रोजाना बिटकॉइन से जुड़ी अनगिनत खबरें सामने आती हैं, लेकिन इनके बीच कई मिथक और गलतफहमियां भी तेजी से फैलती हैं। ये भ्रम कई बार निवेशकों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। आज हम आपको Bitcoin से जुड़े ऐसे ही 5 बड़े मिथकों के बारे में सही जानकारी देने जा रहे हैं।
1. क्या Bitcoin एक फाइनेंशियल बबल है जो कभी भी फट सकता है?
यह धारणा काफी प्रचलित है कि Bitcoin महज एक सट्टा बाजार का हिस्सा है, जो जल्द ही बबल की तरह फट जाएगा। दरअसल, बबल तब बनता है जब किसी एसेट की कीमत उसके मूल मूल्य से कहीं ज्यादा हो जाती है और फिर अचानक भारी गिरावट आती है।
बिटकॉइन को एक समय डच ट्यूलिप मैनिया से जोड़ा गया था, जिसमें ट्यूलिप के दाम कुछ ही महीनों में 26 गुना तक बढ़ गए थे और फिर बबल फट गया था। लेकिन Bitcoin पिछले एक दशक से ज्यादा समय से बाजार में बना हुआ है, जिससे यह मिथक कमजोर साबित होता है।
2. क्या Bitcoin सिर्फ बुलबुले जैसी कीमतों में उतार-चढ़ाव देखता है?
हकीकत यह है कि Bitcoin की कीमतें लंबे समय में स्थिर विकास चक्रों से गुजरी हैं। बीते 12 वर्षों में इसके दामों में कई बार भारी उतार-चढ़ाव आए हैं, जो किसी भी नई तकनीक आधारित एसेट के लिए सामान्य बात है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक Bitcoin का यह उतार-चढ़ाव पैटर्न किसी उभरते हुए स्टॉक मार्केट जैसा है, जहां बूम और बस्ट साइकल के बाद स्थिरता आती है।
3. क्या Bitcoin की कोई असली वैल्यू नहीं है?
Bitcoin के आलोचकों का मानना है कि इसका असल दुनिया में कोई मूल्य नहीं है। लेकिन सच्चाई यह है कि पिछले एक दशक से बिटकॉइन पेमेंट सिस्टम और इन्वेस्टमेंट टूल के रूप में इस्तेमाल हो रहा है।
टेस्ला, स्क्वायर और माइक्रोस्ट्रेटजी जैसी कंपनियों ने अपने पोर्टफोलियो में बिटकॉइन को शामिल किया है। संस्थागत निवेशक इसे महंगाई से बचाव और पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन के लिए एक प्रभावी टूल मान रहे हैं।
4. बड़ी कंपनियां आखिर क्यों कर रही हैं Bitcoin में निवेश?
भले ही Bitcoin में वोलैटिलिटी यानी दामों में उतार-चढ़ाव ज्यादा है, लेकिन इसके बावजूद टेस्ला और स्क्वायर जैसी दिग्गज कंपनियों ने अरबों डॉलर का निवेश किया है।
गोल्ड को स्थिर इन्वेस्टमेंट के लिए सबसे बेहतर एसेट माना जाता है, लेकिन बिटकॉइन में हाई रिटर्न के अवसर और इंटरमीडिएरी फ्री ट्रांजैक्शन का फायदा मिलता है। यही वजह है कि बड़ी कंपनियां भी अब इसमें भरोसा जता रही हैं।
5. क्या Bitcoin सिर्फ अवैध गतिविधियों के लिए इस्तेमाल होता है?
यह सबसे बड़ा मिथक है कि Bitcoin का इस्तेमाल सिर्फ गैरकानूनी कामों में होता है। सच्चाई यह है कि किसी भी मुद्रा, चाहे वह नकद हो या डिजिटल, का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है।
Bitcoin के लेन-देन ट्रैक किए जा सकते हैं और कानूनी कार्रवाई के तहत जब्त भी किए जा सकते हैं। इसलिए यह कहना गलत है कि Bitcoin सिर्फ अवैध गतिविधियों का जरिया है।
निष्कर्ष:
हर नई टेक्नोलॉजी के साथ शुरुआत में गलतफहमियां जुड़ती हैं और Bitcoin भी इससे अछूता नहीं है। जैसे-जैसे यह इंडस्ट्री परिपक्व हो रही है, वैसे-वैसे मिथक टूटते जा रहे हैं। निवेशकों के लिए जरूरी है कि वे सही जानकारी के साथ अपने फैसले लें और बिना सोचे-समझे फैली अफवाहों से बचें।