PM Modi: कन्याकुमारी में ध्यान के बाद पीएम ने क्यों कहा कि मेरी आंखे नम हुई और मैं शून्यता की और बढ़ रहा था....

इंटरनेट डेस्क। लोकसभा चुनाव 2024 के मंगलवार को नतीजे आएंगे और उसके पहले पीएम मोदी ने कन्याकुमारी में लगभग 45 घंटे का ध्यान लगाया है। इसके साथ ही पीएम एक जून की शाम वापस दिल्ली लौटे। इस दौरान उन्होंने कन्याकुमारी से दिल्ली लौटते वक्त अपने ध्यान से जुड़े अनुभवों को लेकर एक लेख लिखा हैं और शेयरक किया है।

मेरे प्यारे देशवासियों,
पीएम ने लिखा लोकतंत्र की जननी में लोकतंत्र के सबसे बड़े महापर्व का एक पड़ाव पूरा हो रहा है। तीन दिन तक कन्याकुमारी में आध्यात्मिक यात्रा के बाद मैं अभी दिल्ली जाने के लिए हवाई जहाज में आकर बैठा ही हूं...काशी और अनेक सीटों पर मतदान चल ही रहा है। कितने सारे अनुभव हैं, कितनी सारी अनुभूतियां हैं...मैं एक असीम ऊर्जा का प्रवाह स्वयं में महसूस कर रहा हूं।

उन्होंने लिखा वाकई, 24 के इस चुनाव में, कितने ही सुखद संयोग बने हैं, अमृतकाल के इस प्रथम लोकसभा चुनाव में मैंने प्रचार अभियान 1857 के प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम की प्रेरणास्थली मेरठ से शुरू किया। मां भारती की परिक्रमा करते हुए इस चुनाव की मेरी आखिरी सभा पंजाब के होशियारपुर में हुई। इसके बाद मुझे कन्याकुमारी में भारत माता के चरणों में बैठने का अवसर मिला। उन शुरुआती पलों में चुनाव का कोलाहल मन-मस्तिष्क में गूंज रहा था।

पीएम मोदी ने आगे लिखा मैं सब कुछ आत्मसात कर रहा था, मेरी आंखें नम हो रही थीं...मैं शून्यता में जा रहा था, साधना में प्रवेश कर रहा था। कुछ ही क्षणों में राजनीतिक वाद विवाद, वार-पलटवार...आरोपों के स्वर और शब्द, वह सब अपने आप शून्य में समाते चले गए, मेरे मन में विरक्ति का भाव और तीव्र हो गया...मेरा मन बाह्य जगत से पूरी तरह अलिप्त हो गया, इतने बड़े दायित्वों के बीच ऐसी साधना कठिन होती है, लेकिन कन्याकुमारी की भूमि और स्वामी विवेकानंद की प्रेरणा ने इसे सहज बना दिया, मैं सांसद के तौर पर अपना चुनाव भी अपनी काशी के मतदाताओं के चरणों में छोड़कर यहां आया था। मैं ईश्वर का भी आभारी हूं कि उन्होंने मुझे जन्म से ये संस्कार दिये।

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