Rajasthan Politics: गहलोत, राजे और पायलट मिलकर विधानसभा में करेंगे अब ये काम, मिल चुकी अब ये नई जिम्मेदारी

इंटरनेट डेस्क। लोकसभा चुनावों के पांच चरण पूरे हो चुके हैं और उसके साथ ही अब देश में दो चरणों के बाद में नई सरकार गठन हो जाएगा। इसके साथ ही आचार संहिता हट जाएगी और अब प्रदेश की सरकारें भी काम काज में लग जाएगी। ऐसे में राजस्थान में पिछले साल चुनाव हुए है तो यहा भी नई सरकार को बने लगभग पांच महीने का समय हो चुका हैं और अब राजस्थान विधानसभा की प्रक्रिया और कार्य संचालन के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया जा चुका है। ऐसे में इन समितियों में विधायकों को सभापति और सदस्य बनाया जाता है।

क्या करती हैं ये समितियां
मीडिया रिपोटर्स की माने तो ये समितियां विभिन्न मुद्दों पर बैठकों का आयोजन करती है और फिर अपनी राय विधानसभा अध्यक्ष को भेजती हैं। इन सदस्यों की सिफारिश पर विधानसभा अपना फैसला लेती है। ऐसे में प्रदेश में भाजपा की सरकार के गठन के बाद अब 15 समितियों का गठन किया गया है। 

तीन सीनियर गहलोत, राजे और पायलट एक ही समिति में
बता दें की विधापसभा अध्यक्ष ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, वसुंधरा राजे और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को एक ही समिति में सदस्य के तौर पर नियुक्ति दी है। इस समिति का नाम है नियम समिति। विधानसभा के नियम तय करने और नियमों के संशोधन की सिफारिश नियम समिति ही करती है। नियम समिति की सिफारिश पर ही विधानसभा अध्यक्ष नियम जारी करते हैं। इस समिति में और भी लोगों को जगह दी गई है। वहीं इस समिति के पदेन सभापति खुद विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी है।

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