Rajasthan Politics: राजे की इस योजना को गहलोत सरकार ने कर दिया था बंद, अब भजनलाल ने फिर से की शुरूआत

इंटरनेट डेस्क। हर किसी को इस बात का पता हैं कि सरकारें बदलती हैं तो पुरानी सरकारों की योजनाओं को या तो बंद कर देते हैं या फिर नाम बदल देते है। यह सिलसिला पिछले कई सालों से राजस्थान में भी देखा जा रहा है। दिसंबर 2024 में प्रदेश में भजनलाल सरकार बनी तो पूर्ववर्ती सरकार के समय शुरू हुई कई योजनाओं के नाम बदल दिए गए। कुछ योजनाओं को समीक्षा के बाद अनुपयोगी बताते हुए बंद कर दिया। गहलोत राज में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के कार्यकाल में शुरू हुई अन्नपूर्णा भंडार योजना को बंद कर दिया गया था। अब भजनलाल सरकार ने इसे फिर से शुरू करने का फैसला किया है। बुधवार को बजट घोषणा के दौरान वित्त मंत्री दीया कुमारी ने अन्नपूर्णा भंडार खोले जाने का ऐलान किया था।

जान ले इस योजना के बारे में
मीडिया रिपोटर्स की माने तो अन्नपूर्णा भंडार योजना पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कार्यकाल में शुरू की गई योजना है। योजना का उद्देश्य यह था कि ग्रामीण लोगों को जरूरी घरेलू सामान के लिए दूर नहीं जाना पड़े। इसके लिए राशन की सरकारी दुकानों पर ही रोजमर्रा की वस्तुएं जैसे चीनी, तेल, मसाले, चावल और तेल साबुन सहित अन्य सामग्री उपलब्ध कराई गई थी। प्रदेश की करीब 5 हजार राशन की सरकारी दुकानों पर घरेलू सामान के भंडार खोल दिए गए थे। लेकिन जब सरकार बदली को कांग्रेस ने इसे अनुपयोगी बताते हुए योजना को बंद कर दिया।

गहलोत ने बंद की थी राजे की योजना
खबरों की माने तो पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने राशन की दुकानों पर गेहूं के साथ राशन किट मुफ्त देने की योजना शुरू की थी। इसमें चावल, तेल मिर्च मसाले के किट मुफ्त में दिए जाने लगे। जयपुर राशन किट का मुफ्त वितरण होने लगा तो कांग्रेस सरकार ने वसुंधरा राजे के कार्यकाल में शुरू हुई अन्नपूर्णा भंडार योजना को बंद कर दिया था। अब भजनलाल सरकार ने इस योजना को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है।

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