Rajasthan Politics: राजस्थान की राजनीति में फिर से दिखेगा वसुंधरा राजे का वर्चस्व, इस महीने में दिख जाएगा असर

इंटरनेट डेस्क। राजस्थान की भजनलाल सरकार को एक साल पूरा हो गया हैं और इसके साथ ही सरकार में कई मंत्री पद भी खाली पड़े है। ऐसे में एक चर्चा यह भी हैं की जल्द ही भजनलाल कैबिनेट में बदलाव होने जा रहा है। इस बात के संकेत प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल ने भी मंगलवार को मीडिया के सामने दे दिए हैं। ऐसे में यह तय माना जा रहा हैं कि मंत्रिमंडल में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे खेमे के विधायकों को भी जगह मिलेगी। बता दें कि वसुंधरा राजे ने दिसंबर महीने में में पीएम से लगातार तीन बार मुलाकात की है।

मिल सकता हैं वसुंधरा गुट के लोगों को मौका
मीडिया रिपोटर्स की माने तो राजस्थान में मंत्रिमंडल फेरबदल होने पर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के कई समर्थक विधायकों को मंत्री बनने का मौका मिल सकता है। पूर्व सीएम राजे के समर्थक विधायकों में कालीचरण सर्राफ, श्रीचंदकृपलानी, जसवंत यादव, अरूण चौधरी, बाबू सिंह राठौड़, पब्बाराम बिश्नोई, गुरविर सिंह बराड़, पुष्पेंद्र सिंह बाली, अर्जुन लाल जीनगर, जोगेश्वर गर्ग, अजय सिंह किलक, राजेन्द्र भाबूं, राजेन्द्र गुर्जर, अनिता भदेल मंत्री बनने के दावेदार हैं। 

बढ़ेगा कुनबा
आपको बात दें कि अभी मंत्रिमंडल में केवल  6 पद रिक्त है। राजस्थान में अभी सीएम सहित कुल 24 मंत्री है। प्रदेश में कुल 30 मंत्री बनाए जा सकते हैं। वैसे माना यह भी जा रहा हैं की कुछ मंत्रियों की रिपोर्ट के अनुसार उनका मंत्री पद जा भी सकता है। इससे ज्यादा संख्या में नए विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल होने का मौका मिलेगा। गत एक साल से नॉन परफॉर्मिंग और विवादित मंत्री भजनलाल कैबिनेट से बाहर जा सकते हैं।

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