Rajasthan: छह महीनों में ही क्या हो गया ऐसा ही प्रदेश कर्मचारी हो गए सीएम भजनलाल से नाराज, बोल रहे हैं ये बात

इंटरनेट डेस्क। राजस्थान में भजनलाल सरकार ने अभी पिछले सप्ताह की एक आदेश में कहा था की सरकार में भ्रष्ट और काम में नाकाम अधिकारियों और कर्मचारियों को अनिवार्य सेवानिवृती दी जाएगी। इसकी चर्चा चली और कर्मचारियों में पहुुंची तो अब कर्मचारी भजनलाल सरकार से नाराज हो गए है। 

क्यों है कर्मचारी नाराज
जानकारी के अनुसार अनिवार्य सेवानिवृत्ति के आदेश के खिलाफ कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया है। कर्मचारी संगठनों का कहना है कि सरकार ने आदेश का विरोध किया जाएगा। आदेश अलोकतांत्रिका है।  दरअसल  लगातार भ्रष्ट आचरण और प्रशासनिक कर्तव्य निभाने में असमर्थ कर्मचारियों और अधिकारियों को सरकार अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने की प्रक्रिया शुरू की है। 

क्या कह रहे कर्मचारी
मीडिया रिपाटर्स की माने तो इसके लिए संबंधित विभागों को नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई कर प्रस्ताव संबंधित प्रशासनिक विभाग को भेजने के निर्देश जारी किए गए हैं। इसी को लेकर प्रदेश में कर्मचारी संघ के नेताओं के बयान भी आने लगे है। कर्मचारी नेताओं का कहना पिछले कुछ महीनों में कर्मचारियों के सम्मान को ठेस पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। आए दिन कई तरह के आदेश जारी किए जा रहे हैं। कई बार कर्मचारियों को नाकारा करार दिया जा रहा है। सरकार को ये नही भूलना चाहिए कि कोरोना काल जैसी विषम परिस्थितियों में भी राजस्थान में कर्मचारियों ने आगे बढ़कर काम किया था। अब ऐसा क्या हो गया कि यही कर्मचारी सरकार को नाकारा, भ्रष्ट, लापरवाह दिखाई देने लगा है। वहीं कर्मचारियों को कहना हैं कि सरकार में इस तरह के व्यवहार को कर्मचारी बर्दाश्त नहीं करेगा। किसी भी सूरत में कर्मचारियों के सम्मान को ठेस पहुंचती है तो उसके लिए कर्मचारी हर संभव सरकार के खिलाफ न केवल विरोध करेगा, बल्कि आंदोलन का विकल्प हो जाएगा।

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