''BMW नहीं मेरी कार तो मारुती है, मुझे ये गाड़ी पसंद नहीं'', बॉडीगार्ड ने किया खुलासा, कैसी सादी जिंदगी पसंद करते थे मनमोहन सिंह
- byShiv
- 27 Dec, 2024

pc: dnaindia
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का गुरुवार रात निधन हो गया, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी समेत कई राजनीतिक हस्तियों ने दुख जताया। उनके निधन पर केंद्र सरकार ने शुक्रवार को होने वाले सभी आधिकारिक कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं और सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। इस बीच योगी सरकार के मंत्री असीम अरुण का एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने सिंह के निजी अंगरक्षक के तौर पर बिताए अपने दिनों को याद किया है।
अपने सोशल मीडिया पोस्ट में असीम अरुण ने लिखा, "मैं 2004 से लगभग तीन साल उनका बॉडी गार्ड रहा। एसपीजी में पीएम की सुरक्षा का सबसे अंदरुनी घेरा होता है - क्लोज़ प्रोटेक्शन टीम जिसका नेतृत्व करने का अवसर मुझे मिला था। एआईजी सीपीटी वो व्यक्ति है जो पीएम से कभी भी दूर नहीं रह सकता। यदि एक ही बॉडी गार्ड रह सकता है तो साथ यह बंदा होगा। ऐसे में उनके साथ उनकी परछाई की तरह साथ रहने की जिम्मेदारी थी मेरी।
डॉ साहब की अपनी एक ही कार थी - मारुति 800, जो पीएम हाउस में चमचमाती काली बीएमडब्ल्यू के पीछे खड़ी रहती थी। मनमोहन सिंह जी बार-बार मुझे कहते- असीम, मुझे इस कार में चलना पसंद नहीं, मेरी गड्डी तो यह है (मारुति)। मैं समझाता कि सर यह गाड़ी आपके ऐश्वर्य के लिए नहीं है, इसके सिक्योरिटी फीचर्स ऐसे हैं जिसके लिए एसपीजी ने इसे लिया है। लेकिन जब कारकेड मारुति के सामने से निकलता तो वे हमेशा मन भर उसे देखते। जैसे संकल्प दोहरा रहे हो कि मैं मिडिल क्लास व्यक्ति हूं और आम आदमी की चिंता करना मेरा काम है। करोड़ों की गाड़ी पीएम की है, मेरी तो यह मारुति है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के लिए राष्ट्रीय शोक असीम अरुण 2004 में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) द्वारा ब्लैक कैट कमांडो के रूप में प्रशिक्षित पहले आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने टिहरी गढ़वाल, बलरामपुर, हाथरस, सिद्धार्थनगर, अलीगढ़, गोरखपुर और आगरा सहित विभिन्न जिलों में पुलिस प्रमुख के रूप में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। उनकी अंतिम पोस्टिंग कानपुर के पुलिस आयुक्त के रूप में हुई थी।