Tech Update: सिम कार्ड को लेकर 1 जुलाई से लागू होगा ये नया नियम, मोबाइल यूजर्स अब नहीं कर सकेंगे मनमानी
- byrajasthandesk
- 19 Mar, 2024
अगर आप मोबाइल यूजर हैं और सिम कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण यानी ट्राई ने सिम कार्ड को लेकर एक बड़ा बदलाव किया है, जो 1 जुलाई 2024 से लागू होने जा रहा है। आइए जानते हैं इसके बारे में.
अगर आप मोबाइल यूजर हैं और सिम कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण यानी ट्राई ने सिम कार्ड को लेकर एक बड़ा बदलाव किया है, जो 1 जुलाई 2024 से लागू होने जा रहा है। यह नियम विशेष रूप से भारत में सिम कार्ड उपयोगकर्ताओं के लिए है।
आपको बता दें कि ट्राई द्वारा जारी किए गए नए नियमों का पालन करना सभी यूजर्स के लिए अनिवार्य होगा। तेजी से बढ़ती धोखाधड़ी की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने यह फैसला लिया है. अगर आपने हाल ही में अपना सिम स्वैप किया है या करने की सोच रहे हैं तो इन बातों का ध्यान रखें।
नए नियम के मुताबिक, सिम स्वैप करने के बाद यूजर्स अपना मोबाइल नंबर पोर्ट नहीं करा पाएंगे, यानी किसी दूसरी टेलीकॉम कंपनी में अपना नंबर स्विच नहीं करा पाएंगे। यह सुनिश्चित करने के लिए कि यह नियम उपयोगकर्ताओं को साइबर धोखाधड़ी से बचाने में मदद करेगा।
साइबर धोखाधड़ी के मामलों में, स्कैमर्स अक्सर उपयोगकर्ताओं को धोखा देने के लिए सिम स्वैपिंग का उपयोग करते हैं। सिम स्वैपिंग के बाद यूजर्स के सभी कॉल, मैसेज और ओटीपी दूसरे फोन पर मिलने लगते हैं, जिससे उनके साथ धोखाधड़ी हो सकती है। उपयोगकर्ताओं को इस नियम का पालन करने में सावधानी बरतनी चाहिए और अपने सिम कार्ड की सुरक्षा के लिए अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए।
कैसे होती है सिम स्वैपिंग? अगर सरल शब्दों में कहें तो सिम स्वैपिंग का मतलब डुप्लीकेट सिम को हटाना है। धोखाधड़ी के इस तरीके में साइबर अपराधियों को किसी यूजर का डुप्लीकेट सिम मिल जाता है। उपयोगकर्ता के मोबाइल नंबर के साथ एक नया सिम पंजीकृत किया जाता है। इसके बाद यूजर के पास मौजूद सिम को बंद कर दिया जाता है और बदमाश दूसरा सिम निकाल लेता है और यहीं से गेम शुरू हो जाता है.
जालसाज उन डुप्लीकेट सिम का इस्तेमाल अपने डिवाइस में करते हैं। जालसाज यूजर्स के नंबरों के कॉल, मैसेज और ओटीपी तक पहुंच हासिल कर लेते हैं। यहां से जालसाज बैंकिंग धोखाधड़ी करने के साथ-साथ कई तरह की निजी जानकारियां भी हासिल कर लेते हैं। (सभी तस्वीरें- कैनवा)