Rajasthan: ऐसा क्या कह दिया हरीश चौधरी ने की अब कांग्रेस में छिड़ गया संग्राम, खाचरियावास भी उतर गए मैदान में

इंटरेनट डेस्क। कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी ने सदन में बजट सत्र के दौरान ठाकुर का कुआं कविता पढ़कर सरकार को निशाने पर लेने की कोशिश की थी, लेकिन अब भाजपा उनको ही निशाने पर ले रही है। इस बीच कांग्रेस में राजपूत समाज के नेता भी हरीश चौधरी का ही विरोध कर रहे है। ऐेसे में यह तो तय हैं की अब इस कविता को लेकर कांग्रेस में ह विवाद शुरू हो गया है। इस पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने विरोध जताया है।

क्या कहा खाचरियावास ने
मीडिया रिपोटर्स की माने तो खाचरियावास ने कहा कि ठाकुर का कुआं सभी जाति-धर्म के लोगों के लिए है। जातिगत राजनीतिक बयानों से समाज में द्वेष फैलती है। बीजेपी या कांग्रेस के नेताओं को सामाजिक द्वेषता फैलाने का अधिकार नहीं है। प्रताप सिंह खाचरियावास ने अपने एक ट्वीट में लिखा, ‘चूल्हा मिट्ठी का, मिट्ठी रणभूमि की, रणभूमि ठाकुर की, युद्ध देश का, देश सबका, तलवार की मुठिया ठाकुर कि, सर कटा ठाकुर का, मां की कोख सुनी हुई ठाकुर कि, पत्नी विधवा हुई ठाकुर की, बच्चे अनाथ हुए ठाकुर के।

आगे क्या कहा
खाचरियावास ने आगे कहा, ‘कुआं सबका है, सबकी प्यास मिटाता है। प्यार और प्रेम का पानी सबको पिलाता है। चाहे घर टूटा हो या फूटा हो, चाहे हवेली छोटी हो, चाहे खुद को रोटी ना मिले, लेकिन सबकी सुनता है। दलित, शोषित, पीड़ित..और जो सबसे पीछे खड़ा होकर दर्द के लिए पुकरता है, उसका दर्द मिटाने के लिए निकलता है. खुद अपनी गर्दन कटवा लेता है लेकिन गांव में, चौराहे पर खुद मरने की ताकत रखता है. वही तो ठाकुर का कुआं है।

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