'हम ऐसी व्यवस्था कर रहे हैं कि भारत पानी न रोक सके'! पाक पीएम ने कर दिया ये दावा
- byvarsha
- 29 May, 2025

PC: anandabazar
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने दावा किया है कि इस्लामाबाद यह सुनिश्चित कर रहा है कि भारत नदी से पाकिस्तान में पानी के प्रवाह को रोक न सके।बुधवार को वे अजरबैजान के लाचिन में एक त्रिपक्षीय सम्मेलन में शामिल हुए। इस सम्मेलन में अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव और पाकिस्तान के एक और 'मित्र' तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन भी मौजूद थे। शाहबाज ने यह दावा उनके साथ बैठकर किया। उन्होंने सिंधु जल बंटवारा संधि को निलंबित करने के भारत के फैसले को 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताया।
भारत-पाकिस्तान संघर्ष के बाद शाहबाज चतुर्पक्षीय दौरे पर गए थे। उनका दौरा संघर्ष के दौरान पाकिस्तान का साथ देने वाले देशों का आभार जताने के लिए था। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री सबसे पहले तुर्की गए। वहां से वे ईरान गए। वहां से वे बुधवार को अजरबैजान पहुंचे। वे फिलहाल वहीं हैं।
अजरबैजान में बुधवार को तुर्की-पाकिस्तान-अजरबैजान को लेकर एक त्रिपक्षीय सम्मेलन आयोजित किया गया। पाकिस्तान के डॉन अखबार ने बताया कि वहां भारत के साथ संघर्ष, कश्मीर मुद्दे और सिंधु संधि पर चर्चा हुई। शाहबाज ने कहा, "हम शांति चाहते हैं। इसके लिए हमें महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने की जरूरत है। जैसे कश्मीर। संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के अनुसार, इस समस्या का समाधान कश्मीर के लोगों की इच्छा के अनुसार होना चाहिए।"
भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराते हुए उसके खिलाफ जो कदम उठाए हैं, उनमें से एक सिंधु संधि को निलंबित करना है। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बार-बार कहा है, "पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते।"
भारत ने कहा है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता, तब तक संधि निलंबित रहेगी। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा, ''भारत ने सिंधु जल संधि को हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की कोशिश की है। यह 24 करोड़ पाकिस्तानियों की 'जीवन रेखा' है। भारत ने पाकिस्तान को मिलने वाले पानी को रोकने की धमकी दी है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। यह कभी संभव नहीं था, संभव नहीं है और संभव नहीं होगा। हम यह सुनिश्चित करने के लिए उचित व्यवस्था कर रहे हैं कि भारत ऐसा न कर सके।''
शाहबाज ने दावा किया कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ बातचीत करने को तैयार है। उनके शब्दों में, ''अगर भारत आतंकवाद के खिलाफ बात करना चाहता है, तो हम तैयार हैं। लेकिन आतंकवाद का सबसे बड़ा शिकार पाकिस्तान है। इसमें 90,000 पाकिस्तानियों ने अपनी जान गंवाई है। अगर भारत इसे नष्ट करना चाहता है और हमारा सहयोग चाहता है, तो हम तैयार हैं। हम भारत के साथ व्यापार बढ़ाने पर भी चर्चा कर सकते हैं।''
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि वह चाहते हैं कि इन मुद्दों पर उनके 'मित्र' तुर्की और अजरबैजान उनके साथ खड़े हों। वह अपने चार देशों के दौरे के आखिरी देश के रूप में ताजिकिस्तान का दौरा करने वाले हैं।