पूर्व-मुस्लिम डॉक्टर, प्रफार-राइट समर्थक: जर्मनी के क्रिसमस मार्केट हमले के पीछे का व्यक्ति

50 वर्षीय सऊदी डॉक्टर, तालिब ए, को जर्मनी के मैगडेबर्ग क्रिसमस मार्केट पर कार से हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इस हमले में 2 लोगों की मौत और 68 लोग घायल हुए। तालिब, जो 2006 से जर्मनी में स्थायी निवासी है, पूर्व-मुस्लिम और इस्लाम का आलोचक है। वह जर्मनी की प्रफार-राइट पार्टी अल्टरनेटिव फॉर जर्मनी (AfD) का समर्थक है।

तालिब का जीवन और विचारधारा

तालिब ए, 1974 में सऊदी अरब के होफुफ शहर में पैदा हुआ। उसने 2006 में जर्मनी में स्थायी निवास परमिट प्राप्त किया और 2016 में शरणार्थी के रूप में मान्यता दी गई। सऊदी अरब में इस्लाम के खिलाफ अपने नास्तिक विचार प्रकट करने में असमर्थ तालिब ने जर्मनी में "wearesaudi.net" वेबसाइट बनाई। यह वेबसाइट खाड़ी देशों के पूर्व-मुस्लिमों को शरण दिलाने में मदद करती है।

आरोप और गिरफ्तारी

तालिब पर सऊदी अरब ने आतंकवाद और मानव तस्करी के आरोप लगाए हैं, जिसमें लड़कियों को खाड़ी देशों से यूरोपीय संघ में तस्करी करना शामिल है। हालांकि, जर्मनी ने उसे सऊदी को प्रत्यर्पित करने से इनकार कर दिया।

'लोन वुल्फ' हमला

जर्मनी की पुलिस ने इस हमले को "लोन वुल्फ" हमला करार दिया। सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि एक काली बीएमडब्ल्यू कार ने क्रिसमस मार्केट में 400 मीटर तक लोगों को कुचला। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने हथियार तानते हुए तालिब को जमीन पर लिटा दिया।

नेताओं की प्रतिक्रिया

जर्मनी के चांसलर ओलाफ शॉल्ज़ ने हमले की निंदा करते हुए पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की। जर्मन राष्ट्रपति फ्रैंक-वॉल्टर स्टाइनमायर ने कहा, "शांतिपूर्ण क्रिसमस की उम्मीद अचानक इस घटना से टूट गई।"
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने भी हिंसा की निंदा करते हुए जर्मन लोगों और पीड़ित परिवारों के प्रति सहानुभूति प्रकट की।

 

 

 

 

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