पीएम मोदी और राहुल गांधी के बाद अशोक गहलोत की सख्त टिप्पणी ने मचाई हलचल, जानिए क्या है पूरा मामला
- byMuzaffar
- 07 Oct, 2025

जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारत के मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति गवई पर हुआ हमले की कड़ी निंदा की है। अपने एक्स हैंडल से एक पोस्ट कर उन्होंने लिखा कि यह कृत्य बेहद निंदनीय है और देश में बढ़ते नफ़रत के माहौल को भी दर्शाता है। जब एक कार्यरत मुख्य न्यायाधीश पर इस तरह का हमला हो सकता है, तो कल्पना की जा सकती है कि समाज के कमज़ोर वर्गों और दलितों के साथ क्या हो रहा होगा। @INCIndia लगातार यह कहती रही है कि देश में संविधान और संवैधानिक संस्थाओं को व्यवस्थित रूप से कमज़ोर किया जा रहा है, और भारत के मुख्य न्यायाधीश पर इस शर्मनाक हमले को इसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए। नफ़रत की विचारधारा से प्रेरित लोग न तो संविधान का, न क़ानून का, और न ही उन्हें बनाए रखने के लिए ज़िम्मेदार लोगों का सम्मान कर सकते हैं।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्षराहुल गांधी ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की थी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से यह टिप्पणी की थी। अपने एक्स प्लेटफॉर्म से एक पोस्ट में उन्होंने कहा था कि भारत के मुख्य न्यायाधीश पर हमला हमारी न्यायपालिका की गरिमा और हमारे संविधान की भावना पर हमला है। इस तरह की नफ़रत का हमारे देश में कोई स्थान नहीं है और इसकी निंदा की जानी चाहिए।
पीएम भी कह चुके हैं- ऐसे कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं
पीएम मोदी भी इस हमले की कड़ी निंदा कर चुके हैं। एक पोस्ट के जरिए उन्होंने लिखा कि भारत के मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति बीआर गवई जी से बात की। आज सुबह सुप्रीम कोर्ट परिसर में उन पर हुए हमले ने हर भारतीय को क्षुब्ध कर दिया है। हमारे समाज में ऐसे निंदनीय कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं है। यह अत्यंत निंदनीय है। ऐसी स्थिति में न्यायमूर्ति गवई द्वारा प्रदर्शित धैर्य की मैं सराहना करता हूं। यह न्याय के मूल्यों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और हमारे संविधान की भावना को मज़बूत करने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।