अंत समय में शरीर के इन अंगों से प्राणों या आत्मा का निकलना होता है शुभ, गरुड़ पुराण में दी गई है जानकारी
- byvarsha
- 07 Jun, 2025

PC: newsnationtv
गरुड़ पुराण के 16वें अध्याय के प्रेत खंड में ये जानकारी दी गई कि जब किसी की मौत नजदीक होती है तो प्राण नौ छिद्रों से निकलते हैं। ये नौ छिद्र हैं दो आंखें, दो नासिका छिद्र, दो कान के छिद्र, मुंह सहित मल, मूत्र द्वार है। ये ही आत्मा के बाहर निकलने का संकेत देते हैं। व्यक्ति के कर्म और उसकी मृत्यु की प्रकार से पता चलता है कि वह नरकी प्राणी था या फिर ऊर्धगामी था...
ऐसे निकलते हैं पापी व्यक्ति के प्राण
गरुड़ पुराण के अनुसार जो लोग पापी होते हैं, केवल अपने परिवार और अपने बारे में ही सोचते हैं धन के लोभ और वासना में लिप्त रहते हैं, लोक कल्याण, सामाजिक मैत्री और मानवीय नैतिक मूल्यों से दूर रहते हैं, ऐसे लोग नरकगामी होते हैं। ऐसे पापी लोगों के प्राण मल-मूत्र के माध्यम से निकलते हैं।
मुंह से प्राण निकलना बेहद शुभ
जो लोग जीवन भर धर्म के रास्ते पर चलते हैं, उनके अंत समय में उनकी आत्मा मुँह के माध्यम से बाहर निकलती है और मुख टेढ़ा हो जाता है। मुख के रास्ते प्राण निकालना बहुत शुभ माना जाता है।
नाक से प्राण निकलना शुभ होता है
जिस व्यक्ति ने सामाजिक समरसता बनाए रखी है और जिसका मन तपस्वी है, उसके प्राण नाक के रास्ते निकल जाते हैं. इस तरह से मृत्यु को शुभ माना जाता है.
Tags:
- garuda purana lessons
- Garuda Purana ki Baatein
- Death Signs in garuda purana
- garuda purana Cremation
- garuda purana path after death
- garuda purana age effects
- Garuda Purana Auspicious Things
- garuda purana 7 baatein
- garuda purana knowledge
- Garuda Purana
- Garuda purana hindu religion
- Garuda Purana cremation method
- garuda purana After Death
- garuda puranam