Offbeat: मरने के बाद 1 घंटे तक आत्मा के साथ होती है ये चीजें, जानकर उड़ जाएंगे आपके होश
- byvarsha
- 07 Jun, 2025

PC: newsnationtv
मृत्यु, यह एक सच है जिसे नकारा नहीं जा सकता। लेकिन यह एक रहस्य से कम भी नहीं है। मृत्यु के बाद शरीर भले ही नष्ट हो जाता है, लेकिन शरीर में मौजूद ऊर्जा यानी की आत्मा समाप्त नहीं होती. मरने के बाद शरीर जला दिया जाता है या दफना दिया जाता है. लेकिन आत्मा कभी समाप्त नहीं होती। ये एक शरीर से दूसरे शरीर में चली जाती है। गरुड़ पुराण के अनुसार आत्मा को यमलोक पहुंचने में 40 दिन का समय लगता है। लेकिन क्या आप जानते हैं मृत्यु के पश्चात का 1 घंटा यानी 60 मिनट उस आत्मा के लिये बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। उसे कई तरह की चीजों का सामना करना पड़ता है।
अचेत अवस्था
मृत्यु के बाद आत्मा शरीर से निकलने के बाद अचेत अवश्था में रहती है। ये ऐसा अनुभव होता है जैसे कोई मनुष्य बेहद श्रम और मेहनत करने के बाद खुद को थका-थका सा या गहरी नींद में महसूस करता है। लेकिन फिर आत्मा कुछ देर बाद सचेत हो जाती है।
सामान्य सा व्यवहार
मृत्यु के बाद आत्मा को ये अनुभव नहीं रहता कि उसके साथ क्या हुआ। इसलिए जब आत्मा शरीर से बाहर आ जाती है तो उसके बाद भी वह पहले की तरह ही सामान्य व्यवहार करती है।
बेचैनी और घबराहट
आत्मा को तब बेचैनी होती है जब वह अपने परिजनों को पुकारती है लेकिन ना तो कोई उन्हें देख पाता है ना सुन पाता है। उसकी आवाज बस उसी तक ही रहती है।
शरीर में जाने का प्रयास
आत्मा फिर से उसी शरीर में प्रवेश करने का प्रयास करती है,लेकिन यमराज के दूत उसे शरीर में प्रवेश करने से रोकते हैं। पहले वह बार बार प्रयास करती है लेकिन धीरे-धीरे आत्मा भी यह स्वीकार कर लेती है कि शरीर से बिछड़ने का समय आ गया है।
दुख
मृत शरीर से अलग होने के कुछ समय बाद आत्मा अपने कर्मों खास कर बुरे कर्मों को देख बहुत परेशान होती है। वह अपने परिवार वालों और संगे-संबंधियों को रोता-बिलखता देखती है और याद करती है कि किसके साथ उसने क्या अच्छा या बुरा किया। फिर आत्मा यमलोक के मार्ग पर चली जाती है।
कर्म के अनुसार नया जन्म
यममार्ग में पहुंचने के बाद आत्मा को उसके कर्म के अनुसार नया जन्म मिलता है. कुछ आत्माओं को तुरंत ही नया जन्म मिल जाता है तो वहीं कुछ आत्मा को इंतजार करना पड़ता है.