Rajasthan: गोविंद सिंह डोटासरा ने इस पद से दिया इस्तीफा, बताया बड़ा कारण, लगा दिया इस नेता पर....

इंटरनेट डेस्क। राजस्थान में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा हमेशा अपने बयानों के लिए जाने जाते हैं। उनका बोलने का अंदाज भी निराला हैं, उन्हें पार्टी अध्यक्ष बने लगभग चार साल से ज्यादा का वक्त हो गया हैं, ऐसे में अब एक नई खबर सामने आई हैं और वो ये की उन्होंने विधानसभा की एस्टीमेट कमेटी के सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी पर मनमानी और पक्षपात का आरोप लगाया है। 

क्या कहा डोटासरा ने
मीडिया रिपोटर्स की माने तो गोविंद सिंह डोटासरा ने एक्स हैंडल पर अपने इस्तीफे का ऐलान किया, उन्होंने लिखा कि मौजूदा हालात में चुप रहते हुए विधानसभा की एस्टीमेट कमेटी में बने रहना कतई उचित नहीं है. ऐस्टीमेट यानी प्राक्कलन कमेटी से वह इस्तीफा दे रहे हैं। डोटासरा ने एक्स पर आगे लिखा, राजस्थान विधानसभा की प्राक्कलन समिति ‘ख’ के सदस्य पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देता हूं।

एक्स पर लिखा
मीडिया रिपोटर्स की माने तो उन्होंने ये भी लिखा, राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के हालिया निर्णय संविधान की मूल आत्मा के विरूद्ध एवं पूर्णतः पक्षपातपूर्ण प्रवृत्तियों को उजागर करते हैं, लोकतंत्र के मंदिर में जब निष्पक्षता सवालों के घेरे में हो, तब चुप रहना जनादेश का अपमान होता है, इसलिए इसका हम पुरजोर विरोध करते हैं और मैं प्राक्कलन समिति के सदस्य पद से त्यागपत्र देता हूं। डोटासरा ने एक्स पर लिखा, यह कोई पहला मौका नहीं है जब पक्षपात निर्णय देखने को मिला हो, हाल ही में हाईकोर्ट ने अंता से भाजपा विधायक कंवरलाल मीणा की तीन साल की सज़ा को बरकरार रखा, नियमों के मुताबिक 2 साल से अधिक की सजा होते ही विधायक एवं सांसद जनप्रतिनिधि स्वत निलंबित माने जाते हैं, लेकिन इस मामले में विपक्ष द्वारा विधानसभा अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपने के बाद भी कंवरलाल मीणा की सदस्यता को रद्द नहीं किया गया।

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